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- बनना चाहते है म्यूजिक स्पेशाल्टिस [संगीत तज्ञ].......तो बने साउंड इंजीनियर....?
Posted by : achhiduniya
10 December 2015
आज संगीत का क्षेत्र पूरी तरह से तकनीक पर आधारित
हो चुका है और साउंड डिजाइनिंग एवं म्यूजिक रिकॉर्डिंग में इस तकनीक में महारत
रखने वालों के लिए काम के कई विकल्प मौजूद हैं। म्यूजिक यानी संगीत के क्षेत्र में
करियर बनाने के बारे में जब बात की जाती है तो अधिकतर लोगों की सोच सिंगर, म्यूजिक डायरेक्टर, लिरिसिस्ट या किसी म्यूजिक इंस्ट्रमेंट को बजाने के
काम तक सिमट जाती है। असल में म्यूजिक इंडस्ट्री में इससे बेहतर भी कई तरह की संभावनाएं हैं, जिन्हें करियर के तौर पर अपनाया जा सकता है।
यदि
संगीत में आपकी रुचि है और तकनीक में भी यदि आप तरह-तरह की ध्वनियों-आवाजों को
पहचानते हैं और साउंड की भी समझ रखते हैं, यदि आप में टीम के साथ काम करने का धैर्य है और
व्यावसायिकता भी है। तो आपके लिए साउंड डिजाइनिंग एवं म्यूजिक रिकॉर्डिंग का
क्षेत्र एक बेहतरीन करियर ऑप्शन और अर्निंग सोर्स साबित हो सकता है। साउंड
स्टूडियो में तकनीक की मदद से एवं कई बार प्राकृतिक धुनों एवं आवाजों का इस्तेमाल
कर साउंड का सृजन करने का काम करते हैं। साउंड इंजीनियर इसमें कंप्यूटर, एम आई डी आई एवं कई तरह के सॉफ्टवेयर का उपयोग कर
साउंड कैप्चर करने, रिकॉर्डिंग करने, कॉपी करने, एडिटिंग एवं मिक्सिंग करने, इलेक्ट्रॉनिक एवं मैकेनिकल उपकरणों द्वारा आवाज में
उतार-चढाव लाने संबंधी कार्य किए जाते हैं। यह पूरा कार्य पोस्ट प्रोडक्शन के
अंतर्गत आता है।
इसमें एक इलेक्ट्रॉनिक मिक्सिंग बोर्ड लगा होता है। जिसमें रिकॉर्डिंग एवं एडिटिंग प्रक्रिया में साउंड
इनपुट जैसे स्विच,डायल,लाइट्स एवं मीटर को नियंत्रित किया जाता है। अगर
आपकी संगीत में रुचि है या तरह-तरह की आवाजें आपको आकर्षित करती हैं,आपमें आवाजों और धुनों को पहचानने का हुनर है,तो क्रिएटिव साउंड डिजाइनर, तकनीकी साउंड डिजाइनर या ऑडियो इंजीनियर या
रिकॉर्डिंग इंजीनियर के तौर पर आप करियर बना सकते हैं। आप चाहें तो स्वतंत्र रूप
से काम कर सकते हैं या किसी साउंड स्टूडियो में जॉब कर सकते हैं। फिल्म, टेलीविजन, एनिमेशन,
वीडियो गेम्स, थियेटर्स एवंम्यूजिक इंडस्ट्री सहित विभिन्न
क्षेत्रों में काम के अनेक मौके हैं। मीडिया एंड साउंड इंजीनियरिंग में दो वर्षीय
पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री प्रोग्राम,एमटेक-इंडियन
इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी,
खडगपुर,
पोस्ट ग्रेजुएड डिप्लोमा इन सिनेमा विथ एडिटिंग एंड
ऑडियोग्राफी साथ में साउंड रिकॉर्डिंग में स्पेशलाइजेशन -सत्यजीत रे फिल्म एंड
टेलीविजन इंस्टीट्यूट,कोलकाता।
इंदिरा
गांधी नेशनल ओपेन यूनिवर्सिटी इस क्षेत्र में दो कोर्स कराती है-क्रिएटिव मीडिया
आर्ट्स-डिजिटल साउंड में छह माह का सर्टिफिकेट कोर्स एवं ऑडियो प्रोग्राम
प्रोडक्शन में एक वर्षीय पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा। फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट
ऑफ इंडिया (एफटीआईआई) से कर सकते हैं। साउंड रिकॉर्डिंग एंड टीवी इंजीनियरिंग में
एक वर्षीय पोस्ट ग्रेजुएट सर्टिफिकेट कोर्स एवं साउंड रिकॉर्डिंग एंड साउंड
डिजाइनिंग में तीन वर्षीय पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा। मुंबई विश्वविद्यालय का
म्यूजिक डिपार्टमेंट साउंड रिकॉर्डिंग एंड रिप्रोडक्शन में छह महीने का एडवांस
सर्टिफिकेट कोर्स कराता है। यूनिवर्सिटी ऑफ कालीकट, केरला से ऑडियो इंजीनियरिंग एंड डिजाइनिंग में एक
वर्षीय पीजी डिप्लोमा कर सकते हैं।