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- कोल इंडिया ने 2015-16 में 550 मिलियन टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य........ मॉइल
Posted by : achhiduniya
28 October 2015
केंद्र
सरकार ने अनुसंधान के लिए मॉइल को बतौर नोडल एजेंसी नियुक्त किया है। सामाजिक
उपक्रम अंतर्गत 8 करोड रुपए खर्च कर चिखली
गांव में आधुनिक स्कूल शुरू की गई है। स्कूल में 800 बच्चे पढ रहे हैं।सूरज आई हॉस्पिटल से करार किया गया
है।जिससे नेत्र रोगियों को इलाज की सुविधा दी जा सके। 21 गांवों को आधुनिक बनाया
जा रहा है। कोल इंडिया की कुल आठ कंपनियां हैं। इनमें से कोल इंडिया में सर्वाधिक 25 फीसदी
की हिस्सेदारी रखने वाली महानदी कोलफील्ड्स लिमिटेड (एमसीएल) अगले पांच सालों में
विभिन्न विकासात्मक प्रकल्पों में 30 हजार करोड रुपए का निवेश
करेगी।
कोल इंडिया ने 2015-16 में 550 मिलियन टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य रखा है। इसमें
एमसीएल की हिस्सेदारी 150 लाख टन की होगी। बीते वित्त वर्ष में कोल इंडिया ने 494 लाख टन कोयले का उत्पादन किया था। इसमें से 75 प्रतिशत
कोयले की आपूर्ति बिजली संयंत्रों को की गई थी। कोल इंडिया ने 2020 तक 100 लाख टन कोयला उत्पादन का
लक्ष्य रखा है। वर्तमान में झा मॉइल के संचालक (नियोजन) के पद पर कार्यरत हैं। एक नवंबर को एमसीएल के सीएमडी का पदभार ग्रहण करने
जा रहे झा ने कहा कि कुल 30 हजार करोड रुपए के निवेश
से मूलभूत सुविधाएं, 60 किमी का रेलवे ट्रैक, रैपिड
लोडिंग सिस्टम (आरएलएस), कोल वॉशरीज और 800 मेगावॉट के दो बिजली संयंत्र साकार किए जाएंगे।
एमसीएल की ओर से संचालित और कोल इंडिया की ओर से
कार्यान्वित होने वाले यह देश के पहले ऊर्जा प्रकल्प होंगे। 2022 में 2 मिलियन टन और 2030 में 3 मिलियन टन उत्पादन करने
का लक्ष्य है। देश में उत्पादित कुल 2.5 मिलियन टन की तुलना में
मैगनीज ओर की मांग 5 मिलियन टन की है। शेष 2.5 मिलियन टन मैगनीज ओर का आयात करना पडता है। मॉइल का
कार्यक्षेत्र महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में है। शीघ्र ही कंपनी झारखंड और उडीसा
में भी कदम रखेगी। नागपुर श्रमिक पत्रकार संघ मे बतौर अतिथि मॉइल के नियोजन संचालक अनिल कुमार झा ने चर्चा करते हुए
पत्रकारो से कहे साथ में मॉइल के तकनीकी संचालक दीपांकर सोम,वित्त
संचालक मुकुल चौधरी, ,अनूप सोनी तिलक पत्रकार
भवन ट्रस्ट के अध्यक्ष प्रदीप मैत्र, सचिव शिरीष बोरकर
उपस्थित थे।