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- पहली महिला हिन्दू कृष्णा कुमारी कोलही बनी पाकिस्तानी सासंद....
Posted by : achhiduniya
12 March 2018
एक गरीब किसान जुगनू
कोलही के घर वर्ष 1979 में जन्मीं कृष्णा कुमारी कोलही और उनके परिवार के सदस्यों
ने करीब तीन वर्ष उमेरकोट जिले के कुनरी के एक जमींदार की जेल में बिताये थे।
कृष्णा की 16 साल की उम्र में ही शादी हो गई थीं। उस समय वह
नौंवी कक्षा की छात्रा थी। शादी के बाद भी कृष्णा ने अपनी पढाई जारी रखी और साल 2013
में उन्होंने सिंध विश्वविद्यालय से समाजशास्त्र में मास्टर्स की
डिग्री हासिल की। वह अपने भाई के साथ एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में पीपीपी में
शामिल हुई थी। सिंध प्रांत में थार के नगरपारकर जिले के एक सुदूर गांव की रहने
वाली कोलही बिलावल भुट्टो जरदारी की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) की सदस्य
हैं। कोलही सिंध से एक अल्पसंख्यक सीट से चुनी गई है।
वह अपने परिवार के साथ पारंपरिक थार परिधान में संसद भवन पहुंची। उन्होंने मीडिया से कहा कि वह स्वास्थ्य के क्षेत्र में सुधार और पानी की कमी के मुद्दे समेत तमाम मसलों के समाधान के लिए काम करेंगी। उनका चुनाव पाकिस्तान में महिलाओं और अल्पसंख्यक के अधिकारों के लिए एक मील का पत्थर है। इससे पहली पीपीपी ने सांसद के रूप में पहली हिन्दू महिला रत्न भगवानदास चावला को चुना था। पीठासीन अधिकारी सरदार याकूब खान नसार ने संघीय और प्रांतीय एसेंबलियों द्वारा तीन मार्च को चुने गये सांसदों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।
वह अपने परिवार के साथ पारंपरिक थार परिधान में संसद भवन पहुंची। उन्होंने मीडिया से कहा कि वह स्वास्थ्य के क्षेत्र में सुधार और पानी की कमी के मुद्दे समेत तमाम मसलों के समाधान के लिए काम करेंगी। उनका चुनाव पाकिस्तान में महिलाओं और अल्पसंख्यक के अधिकारों के लिए एक मील का पत्थर है। इससे पहली पीपीपी ने सांसद के रूप में पहली हिन्दू महिला रत्न भगवानदास चावला को चुना था। पीठासीन अधिकारी सरदार याकूब खान नसार ने संघीय और प्रांतीय एसेंबलियों द्वारा तीन मार्च को चुने गये सांसदों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।

