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- दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम ने मदरसे मे रेप आरोपी मौलवी को किया गिरफ्तार
Posted by : achhiduniya
27 April 2018
गाजियाबाद
के अर्थला स्थित मदरसे में 11 साल की बच्ची के रेप केस में दिल्ली पुलिस
ने शुक्रवार को आरोपी मौलवी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उसके खिलाफ पॉक्सो ऐक्ट
के तहत केस दर्ज कर लिया है। इस घटना का मुख्य नाबालिग (17) आरोपी
पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। साहिबाबाद पुलिस के मुताबिक, मौलवी का नाम गुलाम सादिक है, जो बिहार का रहने वाला
है। उसकी उम्र 35 से 40 साल के बीच है।
वह मदरसे में कई साल से है, जिसमें करीब 100 बच्चे तालीम के लिए आते हैं और 10 बच्चे मदरसे में
ही रहते हैं। 21 अप्रैल को दिल्ली के गाजीपुर से अपहरण
कर लिया गया था और वह रविवार को दिल्ली से सटे साहिबाबाद के मदरसे में मिली थी।
बच्ची ने मैजिस्ट्रेट को बताया कि 21 अप्रैल को दुकान जाने के लिए घर से बाहर निकली थी, तभी उसे पड़ोस की लड़की मिली, जिसने उससे एक दोस्त से मिलवाने के लिए बुलाया। यह वही नाबालिग था, जो उसे मदरसे तक लेकर गया था। बच्ची ने बताया कि नाबालिग और मदरसे के मौलवी उसका यौन शोषण करने के बाद उसे कमरे में बंद कर देते। मदद के लिए चिल्लाने की आवाज़ें कोई नहीं सुन पाता क्योंकि साथ वाले कमरे में क्लासेस चलती थीं। पीड़िता ने बताया कि मदरसे में कुछ अन्य लोगों ने भी उसे गलत तरह से छुआ। उनकी पहचान की कोशिशें भी जारी हैं। जब पीड़िता को मदरसे से छुड़ाने के लिए पुलिस वहां पहुंची थी तो वह एक कपड़ा लपेटे फर्श पर बिछी चटाई पर लेटी हुई थी।
जिस कमरे में बच्ची को रखा गया था, उसमें मौलवी क्लासेस के बीच आराम करने के लिए पहुंचता था। वह इमारत स्थानीय मस्जिद कमिटी की है, जिसमें मौलवी बच्चों को तालीम देता है। पिछले साल ही मौलवी को नियुक्त किया गया था। मदरसे से करीब 700 से 800 की दूरी पर ही मौलवी का घर है। वहीं मदरसा करीब 80 गज के प्लॉट पर बना है, जो दो मंजिला है। गुरुवार देर शाम दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम छानबीन के लिए मदरसे पहुंची थी। वहां उन्होंने शक के आधार पर मौलवी को हिरासत में लिया था और शुक्रवार को उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
बच्ची ने मैजिस्ट्रेट को बताया कि 21 अप्रैल को दुकान जाने के लिए घर से बाहर निकली थी, तभी उसे पड़ोस की लड़की मिली, जिसने उससे एक दोस्त से मिलवाने के लिए बुलाया। यह वही नाबालिग था, जो उसे मदरसे तक लेकर गया था। बच्ची ने बताया कि नाबालिग और मदरसे के मौलवी उसका यौन शोषण करने के बाद उसे कमरे में बंद कर देते। मदद के लिए चिल्लाने की आवाज़ें कोई नहीं सुन पाता क्योंकि साथ वाले कमरे में क्लासेस चलती थीं। पीड़िता ने बताया कि मदरसे में कुछ अन्य लोगों ने भी उसे गलत तरह से छुआ। उनकी पहचान की कोशिशें भी जारी हैं। जब पीड़िता को मदरसे से छुड़ाने के लिए पुलिस वहां पहुंची थी तो वह एक कपड़ा लपेटे फर्श पर बिछी चटाई पर लेटी हुई थी।
जिस कमरे में बच्ची को रखा गया था, उसमें मौलवी क्लासेस के बीच आराम करने के लिए पहुंचता था। वह इमारत स्थानीय मस्जिद कमिटी की है, जिसमें मौलवी बच्चों को तालीम देता है। पिछले साल ही मौलवी को नियुक्त किया गया था। मदरसे से करीब 700 से 800 की दूरी पर ही मौलवी का घर है। वहीं मदरसा करीब 80 गज के प्लॉट पर बना है, जो दो मंजिला है। गुरुवार देर शाम दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम छानबीन के लिए मदरसे पहुंची थी। वहां उन्होंने शक के आधार पर मौलवी को हिरासत में लिया था और शुक्रवार को उसे गिरफ्तार कर लिया गया।