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- बीजेपी के खिलाफ मजबूत गठबंधन बनाने के विपक्षी दलों के प्रयास शुरू.....
Posted by : achhiduniya
03 August 2018
कांग्रेस ने 2019 में होने वाले लोकसभा चुनावों के लिए अपनी रणनीति को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। कांग्रेस सूत्रों की मानें तो पार्टी दो चरणों में अपनी रणनीति तैयार कर रही है जिसका पहला चरण है बीजेपी को हराना, उसके बाद जब एक बार चुनावी नतीजे आ जाएंगे तो संख्याबल के अनुसार प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार तय किया जाएगा। सूत्रों के अनुसार कांग्रेस का मानना है कि अगर पार्टी RSS की तरह का संगठन बनाएगी तो अपना चरित्र खो देगी। आरएसएस की अपराजेय छवि गलत है और उसे भी हराया जा सकता है। 2004 में भी यही हुआ था। कांग्रेस सूत्रों ने यह भी दावा कि आगामी लोकसभा चुनाव में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और कई अन्य राज्यों में पार्टी की लोकसभा सीटों में काफी इजाफा होगा। शिवसेना के साथ तालमेल की संभावना के सवाल पर कांग्रेस सूत्रों ने कहा कि हमारा गठबंधन समान विचाराधारा वाले दलों के साथ हो सकता है और शिवसेना एवं कांग्रेस की विचाराधारा अलग है, इसलिए उसके साथ गठबंधन नहीं हो सकता।
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में कांग्रेस और राकांपा के बीच पुराना गठबंधन है और वह आगे भी जारी रहेगा। लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी के खिलाफ मजबूत गठबंधन बनाने के विपक्षी दलों के प्रयास के बीच कांग्रेस ने तय किया है कि फिलहाल पूरा ध्यान विपक्षी पार्टियों को एकजुट कर नरेंद्र मोदी को हराने पर लगाया जाएगा और प्रधानमंत्री पद के बारे में निर्णय चुनाव नतीजे आने के बाद होगा। पार्टी के शीर्ष सूत्रों ने इसकी पुष्टि की है। सूत्रों ने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश में गठबंधन के लिए सपा, बसपा एवं अन्य बीजेपी विरोधी दलों के बीच भी रणनीतिक समझ बन गई है। उन्होंने दावा किया कि अगर उत्तर प्रदेश, बिहार और महाराष्ट्र में सही से गठबंधन हो गया तो बीजेपी सत्ता में नहीं लौटने वाली है। ईवीएम पर एक बार फिर सवाल उठाते हुए पार्टी ने कहा कि EVM में जब भी गड़बड़ी होती है तो वोट कमल को ही क्यों जाता है, BSP या किसी और पार्टी को क्यों नहीं। EVM पर सभी विरोधी दल मिलकर चर्चा कर रहे हैं और मिलकर ही फैसला लेंगे।

