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- क्या है महिला कमांडो टीम SWAT 36…….? संवेदनशील जगहों पर रहेगी तैनात ..
Posted by : achhiduniya
10 August 2018
नॉर्थ ईस्ट की 36 महिला कमांडो को पहली बार दिल्ली पुलिस के स्वाट कमांडो दस्ते में तैनात किया गया है। अभी तक स्पेशल सेल के इस दस्ते में कुल 199 कमांडो मौजूद हैं। जिसमें 36 महिला कमांडो पहली बार भर्ती और खासतौर पर ट्रेंड की गई है। सबसे खास बात यह कि ये सारी महिला स्वाट कमांडो नॉर्थ ईस्ट से हैं। 15 महीने इन 36 महिला कमांडो को दिल्ली के झड़ौदा कला पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज में तैयार किया गया है। ये ट्रेंनिग इतनी मुश्किल होती है कि ट्रेनिंग के दौरान महिला कमांडो केवल 5 से 6 घण्टे सो पाती थीं, बाकी समय सिर्फ इन्हें दुश्मनों से लड़ने के लिए तैयार किया जाता था। डीसीपी स्पेशल सेल प्रमोद कुशवाहा के मुताबिक इन तमाम महिला कमांडो का दमखम किसी पुरुष स्वाट कमांडो से कतई कम नहीं है।
देश की सबसे स्मार्ट पुलिस कहलाने वाली दिल्ली पुलिस की आतंकवादी निरोधक यूनिट यानी स्पेशल सेल जो आतंकी घटनाओं को रोकने और आतंकवादियों की धरपकड़ के लिए खासतौर पर काम करती है, उसी स्पेशल सेल के अंतर्गत ये SWAT कमांडो यूनिट तैयार की गई है। खासतौर पर आतंकी घटनाओं से निपटने के लिए पहली बार महिला स्वाट कमांडो दस्ते को तैयार किया गया है। जिसे NSG ने ट्रेन्ड किया है। 26/11 आतंकी हमले के बाद इजरायल की तर्ज पर देश में स्वाट की शुरुआत की गई। SWAT यानी स्पेशल वेपन्स एंड टेक्टिस। इन 36 महिला कमांडो को 15 अगस्त के मद्देनजर खास तौर पर तैयार किया गया है। महिला स्वाट कमांडो में असम से 13, मणिपुर से 5, अरुणाचल प्रदेश से 5, सिक्किम से 5, मेघालय से 4, नगालैंड से 2 और मिजोरम व त्रिपुरा से 1-1 कॉन्स्टेबल ली गई हैं। इन 36 महिला कमांडो को 15 महीने की खास और कड़ी ट्रेनिंग दी गई है।
दिल्ली पुलिस कमिश्नर के मुताबिक महिला स्वाट कमांडो दस्ता पहली बार किसी राज्य पुलिस के बेड़े में शमिल किया गया है। इन्हें लाल किला, राजपथ, इंडिया गेट, कनॉट प्लेस, महत्वपूर्ण मंदिर, बड़े मॉल्स, संसद भवन जैसी संवेदनशील जगहों पर तैनात किया जाएगा। ये महिला कमांडो राहत बचाव कार्य करने, आतंकियों की मूवमेंट समझने, उनको मार गिराने, दूर तक निशाना लगाने में माहिर हैं। इसके अलावा आग-पानी, फिदायीन हमले से भी निपट सकती हैं।


