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- जाने मिराज-2000 विमान की खासियत जिसने पाकिस्तान मे घुसकर आतंकियो के परखच्चे उड़ा दिए.....
Posted by : achhiduniya
26 February 2019
पुलवामा हमले के बाद मोदी सरकार ने सेना को कार्रवाई के लिए
खुली छूट दी थी। इस कार्रवाई में भारत की तरफ से 12 मिराज-2000 विमानों ने आतंकी ठिकानों पर 1000 किलोग्राम से ज्यादा विस्फोटक गिराए। भारतीय
सेना पहले से बहुत ज्यादा मजबूत है, लेकिन इसकी
तरकश में अभी भी दो बेहतरीन लड़ाके विमान आने वाले हैं। एक विमान है राफेल और दूसरा है F-21. अमेरिकन कंपनी
लॉकहीड मार्टिन ने भारत को नया कॉम्बेट जेट F-21 ऑफर किया है।
मिराज-2000' की खूबियां:- भारतीय सेना
के पास मौजूद मिराज-2000 विमान एक सीट वाला फाइटर जेट है। इसका निर्माण डसॉल्ट
मिराज एविशन ने किया है।
मिराज- 2000 फाइटर जेट को 1980
के दशक में फ्रांस से खरीदा गया था। यह विमान एक घंटे में 2495 किलोमीटर की दूरी
तय करने में सक्षम है। मिराज एक फ्रेंच बहुउपयोगी फोर्थ जेनरेशन का सिंगल इंजन
लड़ाकू विमान है। भारतीय वायु सेना के पास 50 मिराज-2000 हैं। इस हमले में एयरफोर्स ने 12 विमानों का
इस्तेमाल किया है। पिछले दिनों भारतीय सरकार ने इन विमानों के अपग्रेडेशन के लिए
फ्रांस की डसॉल्ट एविएशन के साथ करार किया था, जिसके तहत कुछ
विमानों का अपग्रेडेशन हो गया। अपग्रेडशन के बाद ये विमान पहले से ज्यादा ताकतवर
हो गए हैं।
दुनिया के सबसे अच्छे लड़ाकू विमानों की लिस्ट में मिराज-2000 दसवें नंबर पर है। इसकी पहली उड़ान 10 मार्च 1978
को हुई थी। यह विमान जमीन पर भारी बमबारी करने के साथ ही हवा में मौजूद दूसरे
प्लेन्स को भी निशाना बनाने में सक्षम है। 21 मई, 2015 को
मिराज-2000 दिल्ली के पास यमुना एक्सप्रेस वे पर लैंड कराया गया। इसे आपातकालिन
स्थिति में राष्ट्रीय राजमार्गों को रनवे की तरह इस्तेमाल किया जा सके, इसलिए इस ड्रिल को मिराज से अंजाम दिया गया था। फ्रांस
की कंपनी की तरफ से बनाए गए मिराज-2000 हर तरह के मौसम में उड़ान भरने में सक्षम
है।
मिराज-2000 बेहद तेज गति से कम ऊंचाई पर उड़ते हुए
जमीन पर मौजूद दुश्मन के ठिकानों पर बमबारी कर सकता है। मिराज-2000 एक बार में 17 हजार किलोग्राम भार ले जाने में
सक्षम है। इसकी रेंज 1480 किमी है यानी एक बार में 1480 किमी दूर तक दुश्मन के
ठिकानों पर बमबारी कर सकता है। डसॉल्ट
मिराज 2000 हवा से सतह पर मिसाइल और हथियार
से हमला करने के साथ-साथ लेजर गाइडेड बम (LGB) दागने में भी
सक्षम है। 1999 में करगिल युद्ध के दौरान मिराज-2000 ने अहम भूमिका निभाई थी और दुश्मन
को नेस्तनाबूद कर दिया था।
करगिल की लड़ाई में मिराज ने दुश्मन के ठिकानों पर लेजर
गाइडेड बम दागे थे, जिससे अहम बंकरों को ध्वस्त कर दिया गया था।
यह लड़ाकू विमान फ्रांसिसी एयरफोर्स के साथ भारतीय वायुसेना, युनाइटेड अरब अमीरात एयरफोर्स और चीनी रिपब्लिक
वायुसेना के बेड़े में भी शामिल है।