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- अन्ना हज़ारे ने भरी हुंकार बुजुर्ग होने के कारण बंदूक तो नहीं उठा सकता,जरूरत पड़ी तो युद्ध में सैनिकों को पहुंचाने के लिए ट्रक अब भी चला सकता हूं...
अन्ना हज़ारे ने भरी हुंकार बुजुर्ग होने के कारण बंदूक तो नहीं उठा सकता,जरूरत पड़ी तो युद्ध में सैनिकों को पहुंचाने के लिए ट्रक अब भी चला सकता हूं...
Posted by : achhiduniya
16 February 2019
सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने कहा कि सेना का ट्रक चलाने
की ताकत उनमें अभी तक है। हाल मे किए गए अपने अनशन के
बाद वह इस समय अस्पताल में भर्ती हैं। अन्ना हजारे एक समय
सेना में एक चालक थे। अन्ना हजारे 1960 में एक ट्रक चालक के रूप में सेना में
शामिल हुये थे। 1965 में भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान वह खेम करन सेक्टर में
तैनात थे। वह जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में सीआरपीएफ के एक काफिले पर आतंकी
हमले पर प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे थे जिसमें कम से 40 जवान शहीद हुये
हैं। अन्ना हजारे की तरफ से उनके एक करीबी सहयोगी ने कहा, बुजुर्ग होने के कारण मैं बंदूक नहीं उठा सकता,लेकिन अगर जरूरत हुई तो मैं देश के लिए लड़ाई
करने वाले अपने सैनिकों को पहुंचाने के लिए निश्चित रूप से वाहन चला सकता हूं। इससे पहले
पुलवामा में आतंकवादी हमले को लेकर पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी देते हुए
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि हमले के जिम्मेदार लोगों को
इसकी बहुत भारी कीमत चुकानी होगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमले का जवाब देने के लिए समय, स्थान और प्रतिक्रिया की प्रकृति पर फैसला करने
के लिए सुरक्षा बलों को पूरी छूट दी गई है।