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- मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई ने बयां की जजो की दास्तां....
Posted by : achhiduniya
18 February 2019
एक निजी चैनल को दिए साक्षात्कार मे मुख्य
न्यायाधीश रंजन गोगोई ने न्यायपालिका से जुड़े कई अहम मुद्दों पर अपनी राय रखी।
उन्होंने कहा कि आजकल एक नया ट्रेंड शुरू हुआ है कि पक्ष में फैसला न आने पर जजों
पर निशाना साधा जा रहा है। यह सही नहीं है, इस
वजह से युवा जज नहीं बन रहे हैं। क्योंकि लोग आजकल कोर्ट के फैसलों को लेकर जजों
को कीचड़ उछाल रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम के फैसले
बदले जाने पर भी अपने विचार रखे, उन्होंने कहा कि यह कोई नया
नहीं है। पहले भी ऐसा हो चुका है।
इस बातचीत के दौरान ही सीजेआई रंजन गोगोई से
पूछा गया कि आपको गुस्सा क्यों आता है? इस सवाल के जवाब में
उन्होंने कहा, मैं कोई नेता या डिप्लोमेट नहीं हूं, जो मुस्कुराता रहूंगा। मुझे सबको खुश करने की कोई जरूरत नहीं है। मैं वही
करता हूं जो मुझे सही लगता है। मैं गलत हो सकता हूं,लेकिन
अगर कोई बकवास करता है तो मुझे क्या करना चाहिए? सीजेआई ने
कहा कि जजों पर किचड़ उछालने की वजह से हम युवाओं को न्यायपालिका में आने के लिए
प्रेरित नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आप फैसलों की आलोचना करते हैं।
कानूनी खामियों की ओर इशारा करते हैं,लेकिन जजों पर हमला
करना और अपने मकसद के लिए उन्हें निशाना बनाना परेशानी वाली बात है।
पक्ष में
फैसला न आने पर जजों को निशाना बनाया जाता है। जजों पर कीचड उछालने की वजह से युवा
न्यायपालिका में नहीं आ रहे हैं, वो कहते हैं कि हम अच्छी
कमाई कर रहे हैं। हमें जज क्यों बनना
चाहिए, ताकि लोग कीचड़ उछाले? अगर आप
जजों पर कीचड़ उछालते रहेंगे तो अच्छे लोग नहीं आएंगे। कुछ युवा जज पश्चाताप कर
रहे हैं कि उन्होंने इस पेशे को क्यों चुना?