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- नैशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला के निवास पर ऑल पार्टी मीटिंग में सरकार को दी चेतावनी....
Posted by : achhiduniya
04 August 2019
श्रीनगर में पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला के घर ऑल पार्टी मीटिंग हुई। मीटिंग के बाद फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि ऐसा कोई कदम न उठाया जाए, जिससे घाटी के हालात और खराब हों। जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक दलों के नेता नैशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला के निवास पर ऑल पार्टी मीटिंग के लिए इकट्ठा हुए। ऑल पार्टी मीटिंग के बाद अब्दुल्ला ने कहा, कश्मीर में इससे पहले ऐसा कभी नहीं हुआ। कश्मीर के लिए यह सबसे बुरा वक्त है। इससे पहले कभी अमरनाथ यात्रा नहीं रोकी गई। मैं भारत और पाकिस्तान से भी कहना चाहता हूं कि ऐसा कोई कदम न उठाएं, जिससे घाटी में तनाव बढ़े।
रविवार को हुई इस बैठक
में नैशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला, पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती शामिल रहीं। इसके अलावा
शाह फैसल और सज्जाद लोन भी इस मीटिंग में शामिल थे। जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम
उमर अब्दुल्ला ने राज्यपाल से मुलाकात के बाद कहा कि घाटी के हालात पर सरकार संसद
में बयान दे। उन्होंने कहा, 'राज्य को मिले विशेष दर्जे को बचाने के लिए
हम सभी एक साथ हैं। जम्मू-कश्मीर में पहले कभी इतनी बड़ी संख्या में फोर्स की
तैनाती नहीं हुई। घाटी के लोग घबराए हुए हैं। मैं जम्मू-कश्मीर के लोगों से कहना
चाहता हूं कि सब्र रखें और ऐसा कोई कदम न उठाएं, जिससे घाटी
में खलल पड़े।
घाटी में असमंजस की स्थिति बनी
हुई है। कश्मीर को विशेष अधिकार देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 और धारा 35ए को लेकर कई
तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। इसके साथ ही, जम्मू-कश्मीर
राज्य को जम्मू, कश्मीर और लद्दाख, कुल तीन भागों में विभक्त करने की भी अनौपचारिक
चर्चा भी फिजाओं में गूंज रही है। इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने
कहा है कि कश्मीर में घबराहट का माहौल है। महबूबा ने जम्मू-कश्मीर के हालात पर
चिंता जताते हुए कहा कि यहां आफत टूट पड़ी है। उन्होंने कहा कि कश्मीर में क्या
होने वाला कोई नहीं बता रहा। इस दौरान मुफ्ती ने यह भी आरोप लगाया कि रविवार शाम
एक होटल में सभी राजनीतिक दलों ने बैठक बुलाई थी, लेकिन पुलिस
ने बुकिंग रद्द करा दी है।