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करगिल में हमारे सशस्त्र बलों ने आतंक का फन कुचल दिया था,पीएम मोदी ने मुक्त कंठ से की सैनिको की प्रशंसा...
Posted by : achhiduniya
24 October 2022
प्रधानमंत्री मोदी ने सशस्त्र बलों को संबोधित
करते हुए 1999 में करगिल संघर्ष के बाद इस सीमावर्ती क्षेत्र की अपनी यात्रा को भी
याद किया, जब भारतीय सेना ने आतंक के फन को कुचला था। मोदी ने दिवाली का
त्योहार जवानों के साथ कारगिल में मनाया। उन्होंने कहा कि भारत ने हमेशा युद्ध को
अंतिम विकल्प के रूप में देखा है,लेकिन सशस्त्र बलों के पास देश
पर बुरी नजर रखने वाले किसी भी व्यक्ति को मुंहतोड़ जवाब देने की ताकत और रणनीति
है। उन्होंने कहा,पाकिस्तान के साथ ऐसा कोई युद्ध नहीं हुआ है,जब करगिल ने विजय पताका नहीं फहराया है। उन्होंने कहा कि दिवाली
आतंक के अंत के उत्सव का प्रतीक है। मोदी ने कहा,मैंने
करगिल युद्ध को
करीब से देखा है। यह मेरा कर्तव्य था जो मुझे उस समय करगिल ले आया
था। उस समय की कई यादें हैं,जब जीत की आवाज चारों ओर गूंज
रही थी। पीएम मोदी ने कहा, करगिल में हमारे सशस्त्र बलों
ने आतंक का फन कुचल दिया था और लोगों को अब भी उस समय मनाई गई दिवाली याद है।
उन्होंने कहा कि पिछले आठ वर्षों में सरकार ने नई प्रौद्योगिकियों को अपनाकर
सीमावर्ती क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे के विकास और बलों में महिलाओं को शामिल कर
सशस्त्र बलों में सुधारों को लागू करने पर काम किया है। सशस्त्र बलों में महिलाओं
के शामिल होने से
हमारी ताकत बढ़ेगी। सशस्त्र बलों में दशकों से सुधार की जरूरत थी,जिन्हें अब लागू किया जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी
कहा,राष्ट्र की सुरक्षा के लिए आत्मनिर्भर भारत बहुत महत्वपूर्ण है
और विदेशी हथियारों तथा प्रणालियों पर हमारी निर्भरता कम से कम होनी चाहिए। मोदी
2014 में सत्ता में आने के बाद से दिवाली मनाने के लिए विभिन्न सैन्य केंद्रों का
दौरा करते रहे हैं। वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री मोदी ने सियाचिन ग्लेशियर में
जवानों के साथ दिवाली मनाई थी। इसके अगले
साल पाकिस्तान से 1965 के युद्ध के 50 साल पूरे होने के मौके पर उन्होंने दिवाली
के दिन पंजाब में तीन स्मारकों का दौरा किया था।
जहां भारतीय सेना ने लड़ाई लड़ी
थी और जो देश की जीत में अहम साबित हुई थी।
वर्ष 2016 में प्रधानमंत्री दिवाली के अवसर पर हिमाचल प्रदेश में चीन सीमा
के नजदीक सुमदो में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) जवानों, डोगरा स्काउट और सेना के जवानों से मिलने गए थे। प्रधानमंत्री
ने कहा कि एक राष्ट्र तभी सुरक्षित होता है जब उसकी सीमाएं सुरक्षित हों, अर्थव्यवस्था मजबूत हो और समाज आत्मविश्वास से भरा हो। भारत
अपने बाहरी और आंतरिक दोनों तरह के दुश्मनों से पूरी ताकत के साथ निपट रहा है।
उन्होंने देश के भीतर से आतंकवाद,नक्सलवाद और चरमपंथ को उखाड़ने
के लिए उठाए गए कदमों के बारे में बताया। हमारे सशस्त्र बलों के पास रणनीति के
साथ-साथ ताकत भी है। अगर कोई हम पर बुरी
नजर डालने की हिम्मत करता है,तो हमारे तीनों सशस्त्र बल
अच्छी तरह से जानते हैं कि मुंहतोड़ जवाब कैसे दिया जाता है।
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