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- हिंदू, बौध, जैन और सिख चार धर्मों की जन्मस्थली है भारत....संयुक्त राष्ट्र में हिंदुस्तान की धाक
Posted by : achhiduniya
15 March 2025
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि पी हरीश ने कहा,भारत विविधता और बहुलता का देश है। हम दुनिया के लगभग हर बड़े धर्म
के अनुयायियों का घर हैं और भारत चार विश्व धर्मों अर्थात् हिंदू धर्म, बौद्ध धर्म, जैन धर्म और सिख धर्म का
जन्मस्थान रहा है। 20 करोड़ से ज्यादा नागरिक
इस्लाम का पालन करते हैं, इसलिए भारत दुनिया की
सबसे बड़ी मुस्लिम आबादी वाले देशों में से एक है। भारत ने संयुक्त राष्ट्र के मंच
से दुनिया को बड़ा संदेश देते हुए कहा कि भारत विश्व के
चार प्रमुख धर्मों हिंदू, बौद्ध, जैन और सिखों का जन्मस्थान
रहा है। भारत विविधता और बहुलता का देश
है। यहां किसी के साथ भेदभाव नहीं होता। भारतीय प्रतिनिधि ने यूएन में कहा कि
हमारे यहां 20 करोड़ से ज्यादा मुस्लिम
आबादी भी रहती है। हम किसी भी धर्म के खिलाफ भेदभाव की निंदा करते हैं। भारत ने कहा है कि वह मुसलमानों के खिलाफ धार्मिक असहिष्णुता की
घटनाओं की निंदा करने में संयुक्त राष्ट्र के सदस्यों के साथ खड़ा है। इस दौरान
भारत ने इस तथ्य को स्वीकार करने की आवश्यकता को रेखांकित किया कि धार्मिक भेदभाव
एक व्यापक चुनौती है जो सभी धर्मों के अनुयायियों को प्रभावित कर रही है।
हरीश ने
अपने अभिभाषण की शुरुआत रमजान के पवित्र महीने की बधाई देने के साथ-साथ होली की
शुभकामनाएं देकर की, क्योंकि रंगों का यह
त्योहार पूरे भारत और दुनिया भर में मनाया जाता है। भारत ने पूजा स्थलों और
धार्मिक समुदायों को निशाना बनाकर की जाने वाली हिंसा में चिंताजनक वृद्धि पर
चिंता व्यक्त की। हरीश ने कहा कि इसका मुकाबला केवल सभी सदस्य देशों द्वारा सभी
धर्मों के लिए समान सम्मान के सिद्धांत के प्रति सतत प्रतिबद्धता और ठोस कार्रवाई
से ही किया जा सकता है। उन्होंने कहा,सभी देशों को अपने सभी
नागरिकों के साथ समान व्यवहार करने के लिए प्रतिबद्ध होना चाहिए और ऐसी नीतियों का
पालन नहीं करना चाहिए जो धार्मिक भेदभाव को बढ़ावा देती हों। हमें यह भी सुनिश्चित
करना चाहिए कि शिक्षा प्रणाली रूढ़िवादिता या चरमपंथ को बढ़ावा न दे।

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