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आपके धर्म बोर्ड में आपके लोग ही मेंबर तो मुस्लिम बोर्ड में गैर-मुस्लिम मेंबर क्यू ? AIMIM असदुद्दीन ओवैसी
Posted by : achhiduniya
22 May 2025
AIMIM असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि उत्तराखंड में यूसीसी लागू कर दिया, लेकिन कहते है कि ये क़ानून हिंदू अनडिवाइडेड फैमिली पर लागू नहीं होगा, आदिवासी पे लागू नहीं होगा। क्यों लागू नहीं होगा? मैं शादी अपनी तरह से करूँगा। तलाक अपनी तरह से दूँगा लेकिन मोदी कह रहे है कि नहीं तलाक देना, कैसे देना है ये मैं बताऊँगा। फिर ये तो बताओ कि भाभी कहाँ है? मैं उनको नहीं बोल रहा हूँ, मौलाना बैठे हुए हैं। ओवैसी ने आगे कहा कि आप शादी जायदाद या एडाप्शन किसी धर्म के तहत नहीं करना चाह रहे हैं तो जाइए सेक्युलर एक्ट है उसके तहत कीजिए। उत्तराखंड में 170 मदरसों पर आपत्ति दर्ज की गई क्योंकी वो रजिस्टर नहीं है। यूपी में 350 मुस्लिम मदरसों-मस्जिद इत्यादि पर निशानदेही कर दी गई। 140 मस्जिदों को 11 ,12 मई को तोड़ दिया गया कि ये गैर कानूनी है। 25
सालों से आपकी सरकार है। गुजरात में और एक
इलाके के 400-800 घरों को तोड़ दिया ये कह कर कि यहाँ
बांग्लादेशी है। आप की ही सरकार इतने सालों से थी ना। असदुद्दीन ओवैसी ने वक्फ कानून को लेकर
मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि ये मुल्क एक गुलदस्ता है,
अगर आप उस गुलदस्ते
से एक फूल निकाल देंगे तो फिर वह गुलदस्ता नहीं रहेगा।
यह कानून जो बनाया गया है,
हम अपने हिंदू,
ईसाई और सिख भाइयों
को यह बताना चाहते हैं कि आपके लिए बनाए गए बोर्ड में आपके ही मजहब के लोग मेंबर
बन सकते हैं। इसलिए हम आपसे कहना चाहते हैं कि अगर आपके धर्म के बोर्ड में आपके
धर्म के लोग ही मेंबर बन सकते हैं तो मुस्लिम बोर्ड में कैसे कोई गैर-मुस्लिम
मेंबर बन सकता है? उन्होंने कहा कि मोदी ने कहा हमारे पास
खोजा भाइयों ने मुझसे आकर कहा और फिर खोजा भाइयों को शामिल किया है। इसके पीछे की
वजह मैं बताता हूं क्योंकि इस मुल्क के सबसे दौलतमंद आदमी ने खोजा भाइयों के यतीम
खानों की जमीन पर मुंबई में आलीशान बंगला बनाया है। उनके बंगले को बचाने के लिए
खोजा भाइयों को जोड़ा गया। इस कानून के रूल मेकिंग पावर्स हुकूमतें हिन्द बनाएगी
तो क्या करेगी रियासती हुकूमत, अचार डालने के लिए बैठी है। ये फेडरलिज्म
के खिलाफ है। वक़्फ बोर्ड इस क़ानून के तहत एक पोस्ट ऑफिस बन चुका है।