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- सभ्यता की साड़ी से नग्न होती नारी .....
Posted by : achhiduniya
22 January 2015
भारतीय संसक्ती को खतरे मे .....
जहा एक तरफ साड़ी को विश्व मे भारतीय
संसकर्ती से जोड़कर देखा जाता है आज उसी को कुतरने के लिए बड़े-बड़े नामी-गिरामी
डिजाइनर्स अंतर्राष्ट्रीय कस्टमर्स की मांग को ध्यान में रखकर साडि़यों को डिजाइन
कर रहे हैं। मोर सेक्सी, मोर कंफर्टेबल की तर्ज पर
अनेक नए स्टाइल व फैबरिक में साडि़यां पेश की जा रही हैं। साड़ी में एक नया बदलाव
उसकी लंबाई में आया है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर छह से साढ़े छह मीटर की लंबाई को
कंफर्टेबल नहीं माना जाता। ऐसे में उनकी सुविधा के लिए कम लंबाई की रेडी टू वियर
साडि़यां मांग के आधार पर तैयार की जा रही है।
साड़ी को सेक्सी लुक देने के लिए अब
चोली पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। साथ ही गोल्ड व सिल्वर तारों से बने बार्डर
के काम को काफी पसंद किया जा रहा है।समय के साथ भारतीय साडि़यों के बाजार में
व्यापक बदलाव आया है।साडि़यों के स्टाइल व टेक्सचर में भी काफी अंतर आया है।
जॉर्जेट, शिफोन, सिल्क, कांजीवरम के अलावा डिजाइनर्स क्रिएशन में डेनिम व लेदर का इस्तेमाल देखने
को मिल रहा है। एनीमल प्रिंट से लेकर ज्यामितीय प्रिंट विशेष मांग में बने हुए
हैं। टू पीस साड़ी रैंप के अलावा पार्टियों की भी जान बन रही है। डीप कट ब्लाउज के
साथ यह लो वेस्ट साड़ी नॉट या रोप स्टाइल में शोल्डर पर खत्म हो जाती हैं।
इसके
अलावा साड़ी को ग्रेशियन गाउन की तरह बांधी जानेवाली लुक में भी पेश किया जा रहा
है। साइड स्लिट और स्ट्रेचेबल फैबरिक के साथ साड़ी को कंफर्टेबल बनाया जा रहा है।
फिश कट, मरमेड स्टाइल के अलावा चोकर ड्रेप व नॉट ड्रेप
स्टाइल भी खूब पसंद किए जा रहे हैं। स्पेगेटी, नूडल स्ट्रैप,
हॉल्टर नेक, बेकलेस चोली और बूस्टियर के साथ
साड़ी को पहनना इस परंपरागत परिधान को सेक्सी लुक प्रदान कर रहा है। वेस्टर्न
अंदाज में साड़ी को पैंट के साथ भी पहना जा रहा है।
जिसमें साड़ी को खड़े दुपट्टे
की तरह पहना जाता है तथा पल्ले को गर्दन के चारों तरफ लपेट दिया जाता है। भारतीय
डिजाइनर विशेष तौर पर इन दिनों रेडी टू वियर साडि़यां बना रहे हैं। जिनमें साड़ी
को स्कर्ट फार्म में जिप केसाथ पहना जा सकता है। हवाई सेवाओं के अलावा कई बड़े
होटल व कंपनियां अपनी युवा कर्मचारियों के लिए ’रेडी टू वियरृ साडियां विशेष ऑर्डर
पर तैयार करवा रहे हैं।
रंगों के स्तर पर भी साडि़यों में नए प्रयोग देखने को मिल
रहे हैं। लाल रंग के अलावा फ्यूशिया, परपल, पिंक, फिरोजी, रस्ट, मैरून, हरे रंग को भी काफी पसंद किया जा रहा है।यह
बदलाव कही भारतीय संसक्ती को खतरे मे न डाल दे इस बात पर भी विचार करना अति आवश्यक
है।