- Back to Home »
- Property / Investment »
- माला माल बाबा.....
Posted by : achhiduniya
20 January 2015
सालाना टर्नओवर 2000 करोड़ तक ……..
टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी रिपोर्ट के मुताबिक
साल 2012 में रामदेव के पतंजलि आर्युवेद कंपनी का सालाना टर्नओवर करीब 450 करोड़ था.
2013 में टर्नओवर दोगुने से थोड़ा कम 850 करोड़ पहुंचा,
2014 में सालाना टर्नओवर 1200 करोड़ पर पहुंच गया और 2014-15 वित्तीय
वर्ष में कंपनी का सालाना टर्नओवर 67 फीसदी की छलांग के साथ 2000 करोड़ पहुंचने की
उम्मीद जताई जा रही है.पतंजलि आयुर्वेद ने सबसे पहले शुरुआत दवाइयों से की थी.
पेट
में तकलीफ से लेकर कील मुंहासों जैसी बीमारियों के लिए आयुर्वेदिक दवाइयां बनाई गईं,
लेकिन धीरे-धीरे पतंजलि आयुर्वेद ने खाने-पीने की चीजों से लेकर ब्यूटी
प्रोडक्ट तक पैर पसार दिए.पतंजलि आर्युवेद 45 तरह के कॉस्मेटिक उत्पाद बनाती है जिसमें
सिर्फ 13 तरह के बॉडी क्लींजर शामिल हैं. शैंपू, साबुन,
लिप बाम, स्किन क्रीम. दांत से लेकर बाल तक. शरीर
के हर हिस्से के लिए प्रोडक्ट मौजूद हैं। योगगुरु बाबा रामदेव अब कॉस्मेटिक से लेकर
किराना स्टोर तक कई बड़ी कंपनियों को टक्कर दे रहे हैं, क्योंकि
बाबा रामदेव के उत्पाद का साम्राज्य काफी विशाल हो चुका है.
रामदेव के फैलते कारोबार
को देखकर अनुमान लगाया जा रहा है कि इस वित्तीय वर्ष में दुनिया को योग सिखाने वाले
बाबा रामदेव के पतंजलि आयुर्वेद का सालाना टर्नओवर 2000 करोड़ तक पहुंच जाएगा.फुंसी
के लिए फेश वॉश, डिटर्जेंट से लेकर टूथ ब्रश तक, साबुन से लेकर सरसों के तेल तक और आटे से लेकर आंवले के मुरब्बे तक. सबकुछ
का कारोबार कर रहे हैं बाबा रामदेव.शायद ही कुछ ऐसा हो जो बाबा रामेदव की पतंजलि आयुर्वेद
कंपनी ना बनाती हो. रामदेव के कॉस्मेटिक से लेकर किराना स्टोर तक बढ़ते कदम के पीछे
है उनके कारोबार की दिन दूनी और रात चौगुनी तरक्की। किराना के सामान पर नजर डालें तो
कई प्रोडक्ट मिलते हैं.
30 अलग-अलग तरह का खाद्य सामान रामदेव की कंपनी तैयार करती
है जिसमें सरसों तेल, आटा, घी, बिस्किट, मसाले, तेल, चीनी, जूस शहद और बहुत कुछ मौजूद है. बढ़ते कारोबार पर
कांग्रेस रामदेव पर व्यवसायी होने के आरोप लगा रही है.हालांकि बाबा रामदेव ने अपनी
संपत्ति का लेखा-जोखा कभी छिपाया नहीं वो कागजों के साथ ब्योरा पेश करते रहे हैं. दरअसल
कारोबार बढ़ने के पीछे एक वजह ये भी है कि दूसरी कंपनियों की तुलना में रामदेव के प्रोडक्ट
सस्ते होते हैं. वो इसलिए क्योंकि तमाम कंपनियों की तरह पतंजलि आयुर्वेद अपने प्रोडक्ट
के विज्ञापन पर बहुत कम खर्च करता है जबकि इस तरह के उत्पाद बनाने वाली तमाम कंपनियां
अपनी सेल्स का विज्ञापन पर करीब 20 से 30 फीसदी खर्च करती हैं. साल 2007 से पतंजलि
आयुर्वेद के प्रोडक्ट ने बाजार में दस्तक देने की शुरू की थी लेकिन अब रामदेव की कंपनी
का ये बढ़ता कारोबार बाजार में हलचल मचा रहा है
पतंजलि आयुर्वेद ने तमाम बड़े शहरों
में फ्रेंचाइजी के जरिए अपने प्रोडक्ट बेचना शुरू किया था. दवाइयों से शुरु हुआ ये
सिलसिला अब कॉस्मेटिक से लेकर किराना तक पहुंच चुका है और यही वजह है कि साल 2012 में
करीब 150 से 200 के बीच रहने वाली पतंजलि आउटलेट की संख्या बढ़कर 4000 हो चुकी है.इतना
ही नहीं पतंजलि आर्युवेद के तमाम प्रोडक्ट पतंजलि आयुर्वेद की ऑफिशियल वेबसाइट पर ऑनलाइन
भी बेचे जा रहे हैं और तो और बाबा रामदेव का च्यवनप्राश और सरसों के तेल जैसे ये प्रोडक्ट
अब रिलायंस के रिटेल स्टोर में बिकने लगे हैं.टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी रिपोर्ट के
मुताबिक देश भर के 400 स्टोर्स में पतंजलि के प्रोडक्ट बिक रहे हैं जिसे 2015 के आखिर
तक 1000 स्टोर्स तक पहुंचाने की योजना है.तमाम तरह के प्रोडक्ट तैयार करने के लिए रामदेव
ने कंपनियों का जाल खड़ा किया गया है.
एक अनुमान के मुताबिक बाबा रामदेव के सहयोगी
बालकृष्ण की देखरेख में चलने वाली कंपनियों की तादाद ही कम से कम चौंतीस है. यानी कुल
मिलाकर पिछले एक दशक में बाबा रामदेव ने योग और आयुर्वेद से एक साम्राज्य खड़ा कर लिया
है.साल दर साल पतंजलि आयुर्वेद का बढ़ता टर्नओवर बाजार में दूसरी कंपनियों को तगड़ा
मुकाबला देने के लिए तैयार हो चुका है. एक तरफ पतंजलि के 2000 करोड़ के सालाना टर्नओवर
पर पहुंचने का अनुमान है तो वहीं ब्यूटी प्रोडक्ट बनाने वाले इमामी का सालाना टर्नओवर
1700 करोड़ के आसपास है. रामदेव के प्रोडक्ट घर-घर तक पहुंच बना रहे हैं.