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- कानून कि महत्वपूर्ण जानकारी जरूर पड़े ...
Posted by : achhiduniya
10 January 2015
कानूनी धाराए व मार्गदर्शन .....
मित्रो प्रणाम.... जैसा की आप जानते है सरकार महिलाओ की सुरक्षा के लिए नीतनये कानून बनाती है,लेकिन फिर भी महिलाओ
के प्रति अपराध कम होने कि बजाए और अधिक होते दिखाई देते है। इसका कारण हमे - आपको कानूनों की सही जानकारी न होना ,आईए आज आपके साथ कानून
से संबंधित कुछ अहम कानूनी जानकारी सांझा करेंगे । उचत्तम न्यायालय की अधिवक्ता गुंजन
चौकसे का कहना है कि सभी को इसे याद रखना चाहिए । आर्टिकल 226 और आर्टिकल 32 के तहत आप सीधे उच्च
न्यायालय और उच्चतम न्यायालय मे अपनी याचिका दायर कर सकते है। आईए अब कौनसे कानूनो
कि जानकारी हर नागरिक को होनी चाहिए इस पर ध्यान देने कि कोशिश करते है।
कोड आफ क्रिमिनल प्रोसीजर {सी ॰ आर ॰ पी ॰ सी ॰ }
# सेक्शन 156 {3}:पुलिस थाने मे रिपोर्ट
दर्ज नही होती,सिर्फ डी डी आर तक रखी
जाती है, तो आप एस डी एम को
सादे कागज पर आवेदन दे सकते है कि पुलिस को एफ आई आर दर्ज करने के निर्देश दे ।
< क्या होगा >?@मजिस्ट्रेट इस संबंध
मे संबंधित पुलिस अधिकारी से रिपोर्ट मांगकर जवाब तलब करेगा ,फिर कारवाई होगी ।
# सेक्शन 200 : यदि आप किसी भी आपराधिक
,सिविल आदि मुकदमे मे
पुलिस के पास नही जाना चाहते तो सीधे मजिस्ट्रेट को अपनी शिकायत दे सकते है । किसी
भी मजिस्ट्रेट के सामने पेश होने के बाद जाँच आपके इलाके से संबंधित
मजिस्ट्रेट एवम पुलिस
करेंगी ।
< क्या होगा >?@मजिस्ट्रेट पहले स्टेटमेंट
रिकार्ड करेगा और अपने स्तर पर मामले कि जाँच करेंगा । इसके बाद जाँच के लिए पुलिस
अधिकारी कि नियुक्ती कि जाएगी।
# सेक्शन 200 : धारा 125 इसके तहत पत्नी ,बच्चो और अभिभावकों
को मेंटेनेंस का अधिकार है। पत्नी को पति से ,बच्चो को माता -पिता से ,अभिभावकों को अपने बेटे या बेटी से गुजारा
भत्ता प्राप्त करने का अधिकार है।
< क्या होगा >?@ शिकायत पर अदालत का
निर्णय आने के बाद एक महीने से लेकर पेमेंट न होने तक की सजा हो सकती है।
आईए अब कुछ और कानूनों की जानकारियों से रूबरू होते है। {खास महिलाओ के लिए } इंडियन पीनल कोड {आई ॰ पी॰ सी॰ }
# सेक्शन 294: कोई भी व्यक्ती सार्वजनिक
रूप से यदि अभद्र भाषा बोले ,गाना गए या आपतिजनक इशारे करे तो इसकी शिकायत पुलिस या मजिस्ट्रेट कोर्ट मे
कर सकते है ।
< क्या होगा >?@तीन महीने की सजा अथवा
जुर्माना या दोनों ।
#सेक्शन 304 [बी ] दहेज हत्या : शादी के सात वर्ष मे
महिला की जल कर या किसी अन्य अस्वाभिक तरीके से मौत हुई यह साबित हो जाए,उसे पति या रिश्तेदार
ने प्रताड़ित किया है,तो दहेज हत्या मानी जाएगी।
< क्या होगा >?@सात साल से लेकर आजीवन
कारावास तक की सजा ।
# धारा 312 से 315तक :ये धाराए महिलाओ के
गर्भ से संबंधित अधिकार से जुड़ी है यदि किसी महिला का गर्भपात उसकी मर्जी के बिना या
उसकी जानकारी के बिना कराया जाए तो अपराध है।
< क्या होगा >?@तीन [3]महीने से सात[7] वर्ष कि सजा का प्रावधान
यदि महिला की मौत हो जाए तो आजीवन कारावास ।
# धारा 406: यदि आपने अपनी ज्वेलरी
[जेवरात ]या अन्य सामान किसी
के पास रखा हो और वह न लौटाए तो इस धारा के तहत उसकी शिकायत की जा सकती है । इसे अमानत
मे खयानत कहते है ।बशर्ते उसका पुरावा[सबूत] आपके पास होना चाहिए ।
< क्या होगा >?@ तीन साल तक की सजा
का प्रावधान ।
# धारा 493 : यदि कोई पुरुष किसी
महिला को शादी का झांसा देकर शारीरिक संबंध बनाए और शादी से इंकार करे तो इस धारा के
तहत महिला शिकायत कर सकती है ।
< क्या होगा >?@तीन साल की सजा या इससे
अधिक की सजा भी ।
# धारा 497 {एड्ल्ट्री}: यदि शादीशुदा महिला
से कोई भी पुरुष ,उसके पति की इजाजत के बिना शारीरिक संबंध बनाए तो पति शिकायत कर सकता है।
< क्या होगा >?@पाँच साल [5]तक की सजा ।
# धारा 498 ए {महिला के साथ क्रूरता
}: शारीरिक -मानसिक यंत्रणा ,महिला को आत्म हत्या
के लिए उकसाना ,तनाव बड़ाना इसमे शामिल
है। इसकी शिकायत रक्त संबंधित व्यक्ती [ब्लड रिलेटेड ]अड़ाप्शन या शादी से जुड़ा व्यक्ती कोई भी कर सकता है।
< क्या होगा >?@तीन साल [3]तक की सजा ।
# धारा 499 : यदि कोई भी व्यक्ती
सार्वजनिक रूप से कोई ऐसा काम करे,जिससे आपकी प्रतिष्ठा को हानि हो तो इस धारा के अंतर्गत
शिकायत कर सकते है ।
< क्या होगा >?@दो साल तक की सजा और
जुर्माना भी ।
# धारा 509 : महिला की मर्यादा को
किसी भी तरह का नुकसान पहुचाना ।
< क्या होगा >?@एक साल की सजा । मध्य
प्रदेश सरकार ने इसकी सजा बड़ा दी है।
मित्रो ये थी कानून से संबंधित कुछ जानकारिया इस पर आप अपने अधिवक्ता से विस्तृत
जानकारी हासिल कर सकते है । अपने अधिकारो का उपयोग कर समाज को स्व्छय बनाने का प्रयास
जरूर करे ।
आपका मित्र अनिल भवानी ।
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