- Back to Home »
- Motivation / Positivity »
- सोच बदले....
Posted by : achhiduniya
10 January 2015
दुनिया बदल जाएगी.....
मित्रो
प्रणाम...आज के प्रतिस्पर्धा के दौर मे जहाँ ऑफिस में काम के बीच अक्सर छोटी-बड़ी समस्याएं
भी आती रहती हैं। कई बार नियंत्रण में नहीं होती हैं ऐसी परिस्थितियां पर एक अहम चीज
है आपके पास, जिसकी मदद से आप परिस्थितियों को अपने हक में मोड़ सकते
हैं। वह है आपकी सोच,आपकी काबिलियत कैसे...?आप तयशुदा डेडलाइन और काम के प्रेशर के बीच ऐसी कई बातें होती रहती हैं,
जिनसे बस किसी तरह बच निकलना चाहते हैं। दरअसल, आप नहीं चाहते कि ये छोटी-छोटी बातें आपके प्रोजेक्ट, आपके टास्क के बीच स्पीड ब्रेकर्स बनकर खड़ी हो जाएं।किन्तु हमेशा वही नहीं
होता, जैसा आप सोचते हैं।
ऐसे किसी मुश्किल समय में आपका संतुलित
व्यवहार और सधी हुई आपकी सोच का पॉजिटिव रहना बहुत काम आता है।आसान नहीं पर इतना भी
मुश्किल नही है जितना आप समझते है। कुछ तरीके हैं, जो आपकी सोच
को पॉजिटिव रख सकते हैं और किसी भी समस्या से निपटने में मददगार भी हो सकते हैं।यदि
किसी वजह से काम या टास्क में गड़बड़ी हुई,जिसकी खबर आपके बॉस को
भी हो चुकी हो,तो टेंशन लाजिमी है।
आपके मन और दिमाग में कई तरह
के सवाल आ सकते हैं, मसलन-अगला प्रोजेक्ट आपके हाथ से निकल जाएगा
या क्लाइंट हाथ से निकल जाएंगे, बॉस का यकीन खो सकते हैं इत्यादी...इत्यादी।ऐसे
हालात में सिर पकड़कर बैठने या कुछ भी निगेटिव सोचने के बजाय, अपने काम में बेस्ट देने और अपने पिछले अचीवमेंट पर फोकस करें, तो जल्दी सामान्य हो सकेंगे।
पॉजिटिव रहना मुश्किल है लेकीन निगेटिव रहना आसान।
निगेटिव लोगों की संगति में रहकर पॉजिटिव रहना कठिन जरूर है, लेकिन असंभव नहीं। यदि वे आपके कॅलीग या सीनियर हों,तो
कोशिश करें कि उनकी बातें आपके मन को न छूती हों।बस आप उनके अच्छे पक्ष को देखें और
उनके निगेटिव पक्ष को पूरी तरह नजर अंदाज कर दें। नियति चाहे जो हो, पर आपकी नीयत सही है, तो पॉजिटिव रहना हरदम आसान है।
नीयत यानी आप कलेक्टिव हित का सोचते हैं। अपनी टीम को साथ लेकर चलना जरूरी समझते हैं,
तो जाहिर है हर परेशानी में वे भी आपके साथ होंगे और मुश्किल समय में
भी आप मंद-मंद मुस्कुराएंगे।
.jpg)
.jpg)
.jpg)
.jpg)
.jpg)
.jpg)