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- बंकर से कम नही बराक की ब्लैक बेरी.......जरूर जाने कैसे....?
Posted by : achhiduniya
20 February 2015
दुनिया भर के आतंकी संगठन और जासूस आज तक नहीं तोड़
पाए.....
राष्ट्रपति
बराक ओबामा दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश के मुखिया हैं लेकिन अमेरिका जैसे
देश का ये मुखिया वक्त होने पर भी अपने मोबाइल फोन पर अपना मनोरंजन नहीं कर सकता
तो शायद आप चौंक जाएंगे,लेकिन ये सच है कि
स्मार्टफोन्स के इस दौर में ओबामा अपने मोबाइल पर एंग्री बर्ड्स नहीं खेल सकते। ना
ही अपने मोबाइल पर ओबामा कैंडी क्रश सागा खेलकर अपने दोस्तों से मुकाबला कर सकते
हैं। ओबामा का ये मोबाइल सिर्फ फोन नहीं है बल्कि ओबामा की सुरक्षा घेरे का
कमांडों भी है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं ओबामा
की सुरक्षा का एक और अभेद्य किला। वो है ओबामा का ब्लैकबेरी फोन।
आपको बता
दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति का फोन उनके अभेद्य माने जाने वाले सुरक्षा घेरे का एक
अहम हिस्सा है। फोन बनाने वाली नाम है ब्लैकबेरी और मॉडल नंबर है 8830. लेकिन अगर आप सोच रहे हैं कि इस फोन में ब्लैकबेरी 8830 का हर फीचर मौजूद है तो आप इसकी ताकत का अंदाजा नहीं लगा
सकते .एक
आम ब्लैकबेरी फोन की तरह दिखने वाला ओबामा के मोबाइल को बाहर से देखने पर आपको
अंदाजा होगा भी नहीं। आपकी जानकारी के लिए यह भी बता दें कि इसमें आम स्मार्टफोन्स
की तरह का टचपैड है, ऊपर की तरफ स्पीकर है और
नीचे की तरफ माइक, ब्लैकबेरी के आम फोन्स की
तरह क्वेर्टी की बोर्ड है और निचले हिस्से में सिक्योर्ड डिस्प्ले है। आप सोच रहे
होंगे कि फिर ऐसा क्या है जो ओबामा के हाथ में दिखने वाले इस फोन में खास है।
पहले
आपको इस फोन के सॉफ्टवेयर की ताकत के बारे में बताते हैं। इस फोन से ओबामा सिर्फ 10 लोगों से बात कर सकते हैं। इनमें शामिल हैं उपराष्ट्रपति, सुरक्षा सलाहकार, प्रेस
सेक्रटरी और उनके परिवार के लोग। इस फोन में कोई कैमरा नहीं है, ना ही इस फोन में कोई गेम है,और तो और इससे मैसेज भी नहीं भेजे जा सकते। अब आप सोच रहे होंगे कि
ऐसा क्यों. दरअसल ओबामा के ब्लैकबेरी को डिजाइन किया है अमेरिका की राष्ट्रीय
सुरक्षा एजेंसी ने। एजेंसी के मुताबिक फोन में जितने ज्यादा फीचर होते हैं उतनी ही
ज्यादा हैकिंग और जासूसी की आशंका होती है। ऐसे में फोन के मल्टीमीडिया फीचर हटा
दिए गए।
इसकी जगह शामिल किया गया एक ऐसा कोडिंग सिस्टम जिसे कोई ना तोड़। दुनिया
के सबसे शक्तिशाली व्यक्ति ओबामा के कॉल फोन में मौजूद एक कोडिंग सॉफ्टवेयर के
जरिए कोडवर्ड्स में बदल जाती है। ये कोडवर्ड्स ही एन एस ए के सिक्योर बेस स्टेशन
में जाते हैं और वहां से जिस नंबर पर कॉल किया गया है वहां पहुंचा दिए जाते हैं। दूसरे सिरे पर मौजूद फोन में अगर कोडवर्ड बनाने वाला वही सिस्टम
नहीं है तो उसे कोई आवाज सुनाई नहीं देगी। यानी जासूसों की कोशिश नाकाम हो जाएगी। जिन
10 नंबरों पर ओबामा कॉल करते
हैं उनपर वही कोडिंग सिस्टम मौजूद है और सिर्फ उन्हें ओबामा की बात सुनाई देगी। ओबामा
के एनक्रिप्शन यानी कोडवर्ड में बदलने वाले सॉफ्टवेयर को दुनिया भर के आतंकी संगठन
और जासूस आज तक नहीं तोड़ पाए हैं। ओबामा का सिक्योर बेस स्टेशन हर उस जगह ले जाया
जाता है जहां ओबामा अपने मोबाइल के साथ मौजूद होते हैं। ओबामा का फोन अभेद्य किला
है लेकिन इसे किले में कैसे बदला गया ये कहानी भी बेहद दिलचस्प है।
साल 2011 में एनएसए से रिटायर हुए रिचर्ड डिकी जॉर्ज ने ओबामा को
फोन डिजाइन किया है। 1970 में अमेरिका की नेशनल सिक्योरिटी एजेंसी में काम शुरू करने
वाले जॉर्ज को महारत हासिल थी। एन्क्रिप्शन नाम की उस तकनीक में जिसका इस्तेमाल
ओबामा के फोन में किया गया है। ओबामा ने साल 2009 में सत्ता संभालते ही एक स्मार्ट फोन की मांग की। जॉर्ज के मुताबिक
इस मांग ने हर किसी को परेशान कर दिया। एन॰एस॰ए॰ में कोई नहीं चाहता था कि उन्हें
कोई ऐसा गैजेट दिया जाए तो पूरी तरह सुरक्षित ना हो।
आपको बता दें की अपने चुनावी अभियान में बराक ओबामा ब्लैकबेरी फोन इस्तेमाल करते थे। इसलिए जॉर्ज जो कि तब एन॰ एस॰ए॰ के टेक्निकल एडवाइजर थे उन्होंने ब्लैकबेरी को चुना। जॉर्ज और उनकी टीम ने कई महीने लगाकर इस फोन में हर गैरजरूरी फीचर हटा दिया। सिर्फ इतना ही नहीं ओबामा का मोबाइल फोन कोडवर्ड्स से सुरक्षित एक किले में बदल दिया जिसकी चाभी या तो ओबामा के फोन में थी या फिर उन 10 लोगों के फोन में जो ओबामा के फोन जैसे ही हैं। ओबामा के फोन को किले में बदलने वाले डिकी जॉर्ज ने रूस के प्रधानमंत्री का फोन भी इसी तरह कोड से लैस कर दिया था। अब जॉर्ज का ये तोहफा ओबामा का सुरक्षा कवच बन गया है। [साभार]
आपको बता दें की अपने चुनावी अभियान में बराक ओबामा ब्लैकबेरी फोन इस्तेमाल करते थे। इसलिए जॉर्ज जो कि तब एन॰ एस॰ए॰ के टेक्निकल एडवाइजर थे उन्होंने ब्लैकबेरी को चुना। जॉर्ज और उनकी टीम ने कई महीने लगाकर इस फोन में हर गैरजरूरी फीचर हटा दिया। सिर्फ इतना ही नहीं ओबामा का मोबाइल फोन कोडवर्ड्स से सुरक्षित एक किले में बदल दिया जिसकी चाभी या तो ओबामा के फोन में थी या फिर उन 10 लोगों के फोन में जो ओबामा के फोन जैसे ही हैं। ओबामा के फोन को किले में बदलने वाले डिकी जॉर्ज ने रूस के प्रधानमंत्री का फोन भी इसी तरह कोड से लैस कर दिया था। अब जॉर्ज का ये तोहफा ओबामा का सुरक्षा कवच बन गया है। [साभार]