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- हमेशा जुड़वाँ बच्चे ही पैदा हो रहे.....
Posted by : achhiduniya
25 February 2015
कुदरत का करिश्मा या खान-पान और आब-ओ-हवा का ......
विज्ञान की दर्ष्टी से देखा जाए तो जुड़वा बच्चे पैदा होना एक
शारीरिक प्रजनन प्रक्रिया है जहा तक बात
करे तो यह कोई करिश्मा ही कहा जा सकता क्योकि दो हज़ार की आबादी वाला यह गाँव अब अंतरराष्ट्रीय
नक्शे पर है,विभिन्न देशों से शोधकर्ता
यहाँ आकर जुड़वाँ बच्चों के पैदा होने का रहस्य पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं। कई
दशकों के नन्नाबरा पंचायत के इस इलाके में जुड़वाँ बच्चे ही पैदा हो रहे हैं और
स्थानीय लोगों की मानें तो जुड़वां बच्चों की संख्या बढ़ती ही जा रही है।
अरब सागर
के तट से 18 किलोमीटर की दूरी पर केरल
के मल्लापुरम जिले में बसा है कोडिन्ही गाँव, इस
इलाके की अपनी एक अलग पहचान है, यहाँ जुड़वाँ बच्चे पैदा
होने का चलन आम है। कोडिन्ही और उससे लगे कोत्तेक्कल या कोट्टेकल के इलाके में काम
कर रही स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर लैला बेगम का कहना है कि इस इलाके में जुडवां
बच्चों के 400 जोड़ों की पहचान की गई है। वैसे
तो यह मुस्लिम बहुल इलाका है मगर दूसरे समुदायों की संख्या भी 20 प्रतिशत है जिसमें अनुसूचित जनजाति के लोग भी शामिल हैं।
इनमें
सबसे उम्रदराज़ 64 साल के हैं और सबसे छोटे 6 महीने के। लैला का कहना है कि अभी यह पता नहीं चल पाया है
कि जुडवां बच्चों के पैदा होने के कारण क्या हैं। वो कहती हैं कि वैसे तो यह लग
रहा था कि यहाँ के खान-पान और आब-ओ-हवा की वजह से ऐसा है मगर यहाँ का खान-पान केरल
के दूसरे इलाकों से अलग भी नहीं है। उन्होंने बताया कि अब इस इलाके में त्रिक यानि
तीन बच्चों का भी एक साथ जन्म होना शुरू हो गया है। कोडिन्ही में ही दो परिवार ऐसे
हैं जहाँ महिलाओं ने त्रिक को जन्म दिया है।
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डॉक्टर लैला का कहना है कि जुड़वाँ
बच्चों के पैदा होने में महिलाओं की ही भूमिका अहम है। जहाँ विदेशों से विशेषज्ञ
कोडिन्ही आकर पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि इतने सारे जुड़वाँ बच्चों के पैदा
होने के कारण क्या हैं, वहीं केरल सरकार ने भी इसके
शोध के लिए डॉक्टर श्रीबीजू की नियुक्ति की है। श्रीबीजू कहते हैं कि इस तरह के
जुड़वाँ बच्चों का चलन नाइजीरिया के इगबो-ओरा में भी है। .jpg)
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शोधकर्ताओं को लगता है कि
इगबो-ओरा की महिलाओं के खान पान की वजह से इस तरह का प्रचलन आम है। मगर इस शोध के
कोई ठोस प्रमाण नहीं मिल पाए हैं। ब्राज़ील के एक कस्बे में इसी तरह की बात सामने
आई है।