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- कुछ करने की है छमता तो दे आइडिया सरकार करेगी मदद......
Posted by : achhiduniya
09 March 2015
अपने हुनर से कारोबार को दे नया आयाम........
पंजाब की तरह ही मध्य प्रदेश सरकार ने भी हाल ही में इनोवेटिव आइडिया के साथ स्टार्टअप्स शुरू करने वाले कारोबारियों के लिए वेंचर कैपिटल फंड की स्थापना की है। वहीं इससे पहले राजस्थान सरकार भी नए आइडिया पेश करने वाले आन्त्रप्रेन्योर्स को वेंचर कैपिटल उपलब्ध कराने की योजना शुरू कर चुकी है। नए आइडिया को मिलेगी मदद:- पंजाब में नए कारोबारी आइडिया को कारोबारी मुकाम तक पहुंचाने के लिए लुधियाना के फोकल प्वाइंट स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ़ ऑटो पार्ट्स एंड हैंड टूल्स टेक्नोलॉजी में इन्कयूबेशन सेंटर शुरू होने जा रहा है।
यह आइडिया कलेक्शन से जुड़ा पंजाब का पहला सेंटर होगा। इस सेंटर में कोई भी व्यक्ति कारोबारी किसी प्रोडक्ट या तकनीक के अविष्कार या कोई इंडस्ट्रियल प्रोसेस जिससे एनर्जी की बचत या इंडस्ट्री की वर्क एफिशिएंसी बढ़ सकती है को डेवलप करने के लिए आइडिया दे सकता है।कारोबार शुरू करने के लिए आपके पास ‘जरा
हट-के’ आइडिया है तो पंजाब, मध्य प्रदेश और राजस्थान जैसे
राज्य की सरकारें और एम एस एम ई डिपार्टमेंट आपकी बड़ी मदद कर सकते हैं। नए
आइडिया के साथ स्टार्टअप शुरू करने की तैयारी कर रहे कारोबारियों के लिए लुधियाना
में विशेष सेंटर स्थापित किया जा रहा है। यहां कोई भी कारोबारी किसी प्रोडक्ट या
तकनीक के अविष्कार से जुड़ा आइडिया दे सकता है। एम एस एम ई विभाग की एक कमेटी इन
आइडिया पर विचार करेगी। पसंद आने पर यह सेंटर कारोबारी को फंड भी उपलब्ध कराएगा।
पेटेंट में भी मिलेगी मदद:- आइडिया पसंद आने पर सेंटर में
साइंटिस्ट, इंजीनियर टेक्नीशियंस जैसे प्रोफेशनल्स की टीम उस आइडिया पर
काम शुरू कर देगी और उस पर होने वाले टोटल खर्च में से 50
फीसदी
एमएसएमई डिपार्टमेंट देगा जबकि कुछ हिस्सा आपको देना होगा। जब यह आइडिया किसी
प्रोडक्ट, तकनीक या किसी प्रोसेस की शेप ले लेगा तो सेंटर इस आइडिया को
पेटेंट कराने में भी आपकी मदद करेगा। पेटेंट में आने वाले खर्चे का 75
परसेंट
शेयर एमएसएमई डिपार्टमेंट देगा। फिलहाल ऑटो पार्ट्स से जुड़े आइडिया होंगे
शामिल:- फिलहाल इस सेंटर में ऑटो पार्ट्स और हैंड टूल्स
से संबंधित आइडिया लिए जाएंगे क्योंकि अभी यहां पर इंफ्रास्ट्रक्चर इन्हीं
सेक्टर्स के आइडियाज को विकसित करने के लिए ही मौजूद है। पर जल्द ही यहां
इंजीनियरिंग और अन्य प्रोडक्ट्स पर भी काम शुरू हो जायेगा।
कैसे कर सकते हैं
एप्लाई:- एम एस एम ई डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट पंजाब के डायरेक्टर विजय कुमार
ने बताया कि यह इन्कयूबेशन सेंटर 14 फरवरी से लुधियाना में शुरू
होने जा रहा है। इस सेंटर में कोई भी आकर इंडस्ट्री के इस्तेमाल में आने वाले किसी
नए प्रोडक्ट, नई तकनीक या किसी पुराने प्रोडक्ट प्रोसेस में सुधार के लिए
अपना आइडिया हमारी टीम से शेयर कर सकता है। पसंद आने पर हमारे एक्सपर्ट की टीम इसे
विकसित करेगी और इस आइडिया के पेटेंट के लिए भी मदद करेगी। एमपी में बना नए
आइडिया के लिए वेंचर फंड:- मध्य प्रदेश सरकार ने राज्य में नए कारोबारियों
के आइडिया को प्रोत्साहन देने के लिए 100 करोड़ रुपये का वेंचर कैपिटल
फंड की स्थापना की है। इस फंड का फायदा ऐसे नये उद्यमियों को मिलेगा जिनके पास
आइडिया तो है लेकिन पर्याप्त अंशपूंजी न होने के कारण उद्यम विकसित नहीं कर पाते। कैसे
मिलेगा वेंचर कैपिटल फंड का फायदा:- वेंचर कैपिटल फंड का लाभ लेने के लिए युवा
कारोबारियों को अपने प्रोजेक्ट का एक प्रपोजल तैयार कर कमिश्नर,
डायरेक्टोरेट
इंस्टीट्यूशनल फाइनेंस के पास भेजना होगा। उद्यमी अथवा फर्म की ओर से भेजे गए
प्रपोजल पर डायरेक्टोरेट निर्णय लेकर उद्यमियों को राशि उपलब्ध कराएगा। यहां
उद्यमी को फंड का लाभ हासिल करने के लिए अपने आइडिया की प्रासंगिकता को सिद्ध करना
होगा।
राजस्थान
में भी है वैंचर कैपिटल स्कीम:- राजस्थान में नया आइडिया पेश करने वाले कारोबारियों को
वेंचर कैपिटल मदद मिलती है। इसके तहत राजस्थान एसेट मैनेजमेंट कंपनी (आरएएमसी) की
स्थापना की गई है। इस निजी कंपनी में राजस्थान स्टेट इंडस्ट्रियल डवलपमेंट एंड
इंवेस्टमेंट कॉरपोरेशन(रीको) और सिडबी सहित 15 कंपनियों ने निवेश किया है।
इसके तहत आईटी, बायोटेक, रिटेल,
ऑटो,
एग्री-टेक,
हैल्थकेयर,
टूरिज्म,
एंटरटेनमेंट,
लॉजिस्टिक
जैसे क्षेत्रों को शामिल किया गया है। यह कंपनी नए कारोबार के लिए 5 से 15 करोड़
की मदद देती है। अधिक जानकारी के लिए क्लिक करें http://www.rvcf.org/index.html
क्या
होता है वेंचर कैपिटल:- वेंचर कैपिटल लघु और मध्यम आकार की फर्मों के लिए,
खासकर
व्यवसाय शुरू करने और व्यवसाय को विस्तार देने के लिए फाइनेंस के एक महत्त्वपूर्ण
स्रोत के रूप में उभर रहा है। कंपनी शुरू करने, उसके विस्तार अथवा कंपनी खरीदने
के लिए वित्त की जरूरत होती है। वेंचर कैपिटलिस्टों में विभिन्न क्षेत्रों के
प्रोफेशनल होते हैं। वे परियोजना की ध्यानपूर्वक जांच करने के बाद इन फर्मों को
निधियां (जिनको वेंचर कैपिटल फंड कहते हैं) देते हैं।
उनका मुख्य उद्देश्य अपने
निवेश पर अधिक से अधिक प्रतिलाभ पाना होता है। लेकिन उनके तौरतरीके परंपरागत
साहूकारों से अलग होते हैं। वे कंपनी के प्रबंधन में सक्रियता से भाग लेते हैं और
अच्छे बैंकर, टेक्नॉलॉजिस्ट, प्लानर व प्रबंधक के रूप में
विशेषज्ञता-युक्त व गुणवत्तापूर्ण सेवा देते हैं।[साभार ]