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- चले......चपराला अभ्यारण परिसर की सैर करने ......
Posted by : achhiduniya
28 April 2015
गढ.चिरोली जिले की चामोर्शी तहसील के चंद्रपुर-अहेरी मार्ग का अभ्यारण परिसर चपराला कहलाता है। वैनगंगा नदी के वर्धा नदी से संगम होने के स्थान चपराला में कार्तिक
स्वामी महाराज 50 से अधिक वर्षों तक रहे। यहां विशाल मंदिर भी बनाया गया है।
वैनगंगा नदी के उत्तर की तरफ बहाव वाले क्षेत्र का यह एकमात्र पर्यटन स्थल है। यहां वैनगंगा नदी से जल परिवहन संभव है। मार्कंडा से चपराला के बीच जल परिवहन का उपयोग भी किया जा सकता है, साथ ही मंदिर का पुनर्निर्माण करके पर्यटकों को यहां आकर्षित किया जा सकता है।
इस पर्यटन स्थल पर रुकने के लिए रामप्रसाद महाराज धर्मशाला कमरे उपलब्ध हैं, लेकिन रुकने के लिए होटलें नहीं हैं। वाहन पार्किंग
के लिए परिसर और मंदिर में काफी जगह है। यहां घरेलू तरीके के भोजनालय हैं जहां अच्छा भोजन मिलता है। वन विभाग ने एक माह पूर्व यहां वन उद्यान बनाया है। सरकार की तरफ से यहां एक धर्मशाला का निर्माण कार्य आरंभ हुआ है। यह धर्मशाला 127 कमरों की बनाई जाने वाली है।
एक धर्मशाला सरकार की तरफ से हाल ही में निर्मित की गई है। सरकार की कुछ योजनाओं के माध्यम से भी यहां नालियों का निर्माण और मार्ग निर्माण किए गए हैं। पहुंचने के मार्ग और साधन :- चपराला मंदिर परिसर में जाने के लिए वन विभाग की चौकी से होकर जाना पडता है।
इसके कारण यहां वाहनों को रिकॉर्ड में दर्ज किया जाता है। चपराला चंद्रपुर रेलवे स्टेशन से 83 किलोमीटर की दूरी पर है,जबकि गढचिरोली जिला मुख्यालय से भी इसकी इतनी ही दूरी है। यहां जाने के लिए निजी वाहन और राज्य परिवहन महामंडल की बस सेवा आष्टी तक उपलब्ध है।
इस पर्यटन स्थल पर पहुंचने के लिए गढचिरोली और नागपुर से सुबह सीधी बस सेवा है। चंद्रपुर जिले से मूल-हरणघाट मार्ग से यहां जा सकते हैं। यहां जाने के लिए राज्य परिवहन महामंडल की बसें और निजी वाहन ही प्रमुख साधन हैं। आष्टी में वन विभाग का विश्रामग्रह
निवास के लिए उपलब्ध है।
नागपुर से यह स्थान 228 कि.मी. है जबकि चंद्रपुर रेलवे स्टेशन से इसकी दूरी 80 कि.मी. है। हाल ही लोक निर्माण विभाग ने यात्रा के दौरान इस पर्यटन स्थल पर जाने वाले सभी मार्गो की मरम्मत की है।