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- नम्र निवेदन सभी से....अपने लिए जिए तो क्या जिए.....
Posted by : achhiduniya
21 April 2015
खुशी और आनंद को एक बार जरूर लेकर देखे
जीवन भर आप इसे भूल नही पाएंगे.....
मित्रो प्रणाम......ग्रीष्म ऋतु अपने चरम की तरफ
बड़ती जा रही है अर्थात गर्मी दिन प्रतिदिन बड़ने लगी है। इंसान तो इंसान जीव जंतु ,पशु –पक्षी भी हलाकान होते जा रहे है। जिस प्रकार भीषण गर्मी से अपने आप
को बचाने के लिए हम अनेकों उपाय करते है जैसे धूप मे निकालने से पहले सिर पर टोपी ,स्कार्फ ,मुँह पर दुपट्टा,आंखो
के आगे कलरफूल गागल [चश्मा ], जेब मे प्याज जैसी चीजो तक को
ले जाते है ताकी तेज धूप की लू से बचा जा सके लेकिन फिर भी लापरवाही के कारण हम
धूप का शिकार हो ही जाते है।
ऐसे मे जब भी घर से निकले शरीर को प्रयाप्त पानी जरूर
दे यानी पानी पीकर ही धूप मे घर के बाहर जाए और धूप से आने के कुछ देर बाद पानी पीए
तुरंत बिलकुल भी ना पीए साथ ही ठंडी हवा जैसे कूलर,एयर
कंडीशन [ A.C.] मे धूप से आने के बाद तुरंत बिलकुल भी ना
बैठे। इससे भी आपको लू लगकर दस्त हो सकते है।
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गर्मी के दिनो मे रोजाना ग्लूकोस का पानी,नींबू पानी ,नारियल पानी,लस्सी,इत्यादी तरल पदार्थो का इस्तेमाल चाय तथा काफी जैसे पदार्थो से अधिक करे।इससे
आपके शरीर मे धूप से उत्पन्न कैल्शियम और ग्लूकोज की कमी दूर होती रहेगी। अब आपको अपने
साथ प्रकर्ति के जीवो का भी ध्यान रखना है वह कैसे......? आप
अपने घर के बाहर गाय,भैंस,कुत्ते इत्यादी
जानवरो के लिए एक बाल्टी अथवा बाजार मे मिलने वाली सीमेंट की टंकी जो प्राय चौरस होती
है.
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उस मे पानी भर कर उन बेजुबान प्राणियों के प्राण बचा सकते है। साथ ही विलुप्त होती
प्रजाती जिसे हम कौआ और चिड़िया के नाम से जानते है भविष्य मे शायद हमारे बच्चे उनकी
चह- चहाट या कांव-कांव, सुरीली चू –चू से वंचित न हो जाए। मोबाईल रिंग टोन
और ट्विटर तक ही सीमित न हो जाए।
उनका भी आपको ख्याल रखना है उनके लिए घर की छत पर,छज्जे पर या जहॉ भी वे आ सकती है दाने के साथ पीने के पानी को किसी बर्तन या
प्लास्टिक के डब्बो मे जिसमे उनकी नन्ही चोच उस पानी को पी सके। जिससे उनकी जान बच
सके और ऐसा करने पर आपको जो खुशी व सुकून मिलेगा.
वह किसी बाजार के खरीदारी से कही बड़कर
और आत्मा को शांती के साथ प्रकर्ती से जोड़ने और पर्यावरण को बचाने मे मदद करने के बाद
प्राप्त होने वाला अलौकिक आनंद होगा जो शायद दिन भर की गई ईश्वर की पूजा या खुदा की
बंदगी से कही ज्यादा पुण्य देगा।
क्योकि हर दिल मे रब बसता है हम मे आप मे बेजुबान
प्राणियों मे हाथी मे भी चींटी मे भी पशु मे पक्षी मे भी इसलिए मित्रो इस खुशी और
आनंद को एक बार जरूर लेकर देखे जीवन भर आप इसे भूल नही पाएंगे।
आपका मित्र अनिल भवानी।