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- ई-मेल आई.डी. होती तो आज मैं एक चपरासी होता……..
Posted by : achhiduniya
04 June 2015
मित्रो प्रणाम ........ जीवन मे अगर कोई कुछ करने की ठान
ले तो रास्तो के कांटे खुद ब खुद दूर होते जाते है। चलने वाला मुसाफिर ही मंजिल को पाता है,रास्ते
तो वही रुके रहते है। एक बार इस बात को जरूर सोचे की कठिनाई किसके जीवन मे नही आई
कोई भी व्यक्ति महान ऐसे ही नही बन जाता। जिस प्रकार सोने के बिस्किट का मूल्य एक
होता है लेकिन उसी सोने को सुनार तपाकर अच्छे गहने बना दे तो उसका मूल्य कई गुना
बड़ जाता है।
इसी प्रकार हर व्यक्ति के जीवन को दुख,तकलीफ,मुश्किल रूपी सुनार उसे तपाते है और बदले मे उसे तजुर्बा, ज्ञान,सहनशीलता,विनम्र रूपी
गहना बना कर छोड़ देते है।अब यह उस पर निर्भर होता है की वह अपने जीवन को सही या
गलत दिशा मे लेकर जाए। मित्रो आइए एक कहानी द्वारा इस बात पर विचार करने का प्रयास
करते है।
एक बार की बात है किसी शहर में
एक लड़का रहता था जो बहुत गरीब था। मेहनत मजदूरी करके बड़ी मुश्किल से दो वक्त का
खाना जुटा पाता। एक दिन वह किसी बड़ी कम्पनी में चपरासी के लिए इंटरव्यू देने गया।
बॉस ने उसे देखकर उसे काम दिलाने का भरोसा जताया। जब
बॉस ने पूछा,तुम्हारी ई-मेल आई.डी. क्या.....?है। लड़के ने मासूमियत से कहा कि उसके पास ई-मेल आई.डी. नहीं है। यह सुनकर
बॉस ने उसे बड़ी घृणा की दृष्टि से देखा और कहा कि आज दुनिया इतनी आगे निकल गई है
और एक तुम हो कि तुम्हारे पास ई-मेल आई.डी. तक नहीं है, मैं
तुम्हें नौकरी पर नहीं रख सकता। यह सुनकर लड़के के आत्मसम्मान को बहुत ठेस पहुंची।
उसकी जेब में उस समय 100 रुपए थे।
उसने उन 100 रुपयों से सेब खरीद कर वह अपने
घर चलता बना। वह घर-घर जाकर उन सेबों को बेचने लगा और
ऐसा करके उसने 180 रुपए जमा कर लिए। अब तो लड़का रोज सेब
खरीदता और घर-घर जाकर बेचता। सालों तक यही सिलसिला चलता रहा। लड़के की कठिन मेहनत
रंग लाई और एक दिन उसने खुद की कम्पनी खोली जहां से विदेशों में सेब सप्लाई किए
जाते थे। उसके बाद लड़के ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और जल्दी ही बहुत बड़े पैमाने
पर अपना बिजनैस फैला दिया और एक सड़क छाप लड़का बन गया अरबपति। एक दिन कुछ मीडिया
वाले लड़के का इंटरव्यू लेने आए और अचानक किसी ने पूछ लिया, सर
आपकी ई-मेल आई.डी. क्या.....? है। लड़के ने कहा, नहीं है। यह सुनकर सारे लोग चौंक गए कि एक
अरबपति आदमी के पास एक ई-मेल आई.डी. तक नहीं है। इस पर लड़के ने हंसकर कहा, आज मेरे पास ई-मेल आई.डी. नहीं है इसलिए मैं अरबपति हूं, अगर ई-मेल आई.डी. होती तो आज मैं एक चपरासी होता।
इसीलिए कहा जाता है कि
हर इंसान के अंदर कुछ न कुछ खूबी जरूर होती है। भीड़ के पीछे भागना बंद करे और अपने टैलेंट तथा स्किल को पहचाने । दूसरों से
अपनी तुलना ना करे कि उसके पास वह है मेरे
पास नहीं है। जो कुछ तुम्हारे पास है उसे लेकर आगे बढ़ो फिर दुनिया की कोई ताकत
तुम्हें सफल होने से नहीं रोक सकती।
इस कहानी का मकसद यह नही की आप के पास अगर ई-मेल आई.डी.है तो आप चपरासी रहेंगे या नही
है तो आप कुछ नही कर सकते। आपको अपने अंदर के ज्ञान का इस्तेमाल सही दिशा मे करना है।