- Back to Home »
- Job / Education »
- खुद का करोबार स्थापित करने के..............
Posted by : achhiduniya
18 July 2015
आज के युवाओ मे जोश के साथ कुछ कर गुजरने का जस्बा भी
है लेकिन कॅरियर की सही दिशा न मिलने के कारण युवा अपनी मंजिल तक नही पहुँच पाते आइए
ऐसी ही एक दिशा की तरफ आपका ध्यान लाने की कोशिश करते है। जो
युवक-युवतियां, इंटरमीडिएट
अथवा 10 +2 विज्ञान
संकाय
से न्यूनतम
50 प्रतिशत
अंक सहित
उत्तीर्ण
हैं, वे
डेयरी
टेक्नॉलजी पाठ्यक्रम
में प्रवेश
की पात्रता
रखते है।
राष्ट्रीय
डेयरी
अनुसंधान
संस्थान, करनाल,हरियाणा तथा
डेयरी
साइंस
इंस्टीट्यूट, मुंबई
द्वारा
दो साल
की अवधि
का डिप्लोमा
पाठ्यक्रम
संचालित
किया जाता
है। डेयरी
कारखानों
में सामान्यतः
उन्हीं
युवाओं
को नियुक्तियां
दी जाती
हैं जो
इस विधा
में बकायदा
डिग्री
अथवा डिप्लोमाधारी
होते है
। डेयरी
टेक्नॉलजी में
आज स्नातक
तथा पीएचडी
तक की
शिक्षा
की व्यवस्था
होने के
कारण इस
क्षेत्र
में प्रगति
व उन्नति
की भी
अपार संभावनाएं
हैं। डेयरी
टेक्नॉलजी में
डिग्री
पाठ्क्रम
(बीएससी
या बीटेक)
चार साल
की अवधि
का है।
इस पाठ्यक्रम
में शैक्षिक
आर्हता
सामान्यत
डिप्लोमा
पाठ्यक्रम
के समकक्ष
होती है।
कुछ शैक्षिक
संस्थान
पाठ्यक्रम
की अवधि
तथा निर्धारित
न्यूनतम
अंकों
का प्रतिशत
अलग-अलग
भी रखते
है। मसलन
संजय गांधी
इंस्टीट्यूट
ऑफ डेयरी
साइंस
एंड टेव्नहृोलोजी, पूना
में डिग्री
पाठ्यक्रम
की अवधि
पांच वर्ष
की है।
इस संस्थान
में उन्हीं
अभ्यार्थियों
को प्रवेश
दिया जाता
है जो
55 फीसदी
अंकों
के साथ
10 +2 अथवा इंटरमीडिएट
कर चुके
है। साथ
ही उन्होंने
विषयों
के रूप
में भौतिकी, रसायन
विज्ञान, गणित
आदि संकाय
में अध्ययन
किया हो।
इन संस्थानों
में प्रवेश
संबधी
सूचनाएं
देश के
समस्त
अखबारों
एवं रोजगार
संबंधी
बुलेटिनों
में प्रतिवर्ष
मार्च-अप्रैल
में प्रकाशित
की जाती
है। सामान्यतः
जून-जुलाई
में समस्त
प्रतिष्ठित
संस्थान
राष्ट्रीय
स्तर पर
प्रवेश
परीक्षाएं
आयोजित
करते है।
प्रवेश
परीक्षाएं
तीन प्रकार
के प्रश्न
पत्रों
पर आधारित
होती है।
प्रथम
प्रश्न
पत्र में
भौतिक, रसायन
विज्ञान
तथा गणित, द्वितीय
प्रश्न
पत्र में
अंग्रेजी
तथा तृतीय
प्रश्नपत्र
में सामान्य
ज्ञाने
से जुड़े
सवाल पूछे
जाते है।
इन समस्त
प्रश्नपत्रों
का स्तर
इंटरमीडिएट
के समकक्ष
होता है।
खुद का
करोबार
स्थापित
करने के
साथ-साथ
अन्य बेरोजगार
साथियों
का भी
भला कर
सकते है।
प्रशिक्षण
संस्थान:- @राष्ट्रीय
डेयरी अनुसंधान
संस्थान, करनाल हरियाणा।
@आंध्रप्रदेश
कृषि विश्वविद्यालय, राजेंद्रनगर हैदराबाद
(आंध्रप्रदेश)।@ डेयरी
साइंस
इंस्टीट्यूट, मिल्क
कालोनी
मुंबई।
@वैटनरी कालेज, हव्वल
(कर्नाटक)।
@कालेज
ऑफ डेयरी
साइंस
उदयपुर (राजस्थान)।@ गुजरात कृषि
विश्वविद्यालय, कृषि
नगर वनासकांठा
गुजरात।
@फैकल्टी
आफ वैनटरी
साइंस
एंड एनील
हस्बैंडरी
कृषि विश्वविद्यालय, नादिया
(पश्चिम
बंगाल)@कालेज
ऑफ डेयरी
टेव्नहृोलाजी, कृषक
नगर, लुभंडी, रामपुर (मध्यप्रदेश)।अधिक
जानकारी के लिए आप इन संस्थानो से पत्राचार द्वारा जानकारी प्राप्त कर सकते है।