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- हाय पसीना कैसे बचे बदबू से........?
Posted by : achhiduniya
13 May 2016
गर्मी
के मौसम मे शरीर से पानी पसीने के रूप मे बाहर निकलता है साथ उसमे से एक विचित्र
प्रकार की बदबू भी आती है हमारे शरीर के मैल के साथ मिलने के कारण ऐसा होता है। शरीर
से पसीना निकालना रोका नहीं जा सकता लेकिन इससे निपटने का उपाय भर किया जा सकता
है। गर्मियों की ऋतु में पसीने की विकृति
से बचने के लिए अधिक मात्रा में शीतल जल पीना चाहिए। बर्फ का कम-से-कम इस्तेमाल
करें। नींबू की शिकंजी बनाकर पीने से
पसीने की मात्रा कम होती है। शिकंजी
मे थोडा-सा नमक मिला लें क्योंकि पसीने की
अधिकता से शरीर का नमक कम हो जाता है। खीरे का रस निकालकर उसमें गुलाबजल मिलाकर
चेहरे,
बांहों, गर्दन व कंधे के खुले भाग पर लगाने से
धूप की ऊष्णता से त्वचा में निखार आता है।
खीरे के टुकडे को काटकर आंखों पर रखने से ऊष्णता नष्ट होती है। जल में सफेद सिरका मिलाकर स्नान करने से पसीने की दुर्गंध नष्ट होती है। सिरके का प्रभाव त्वचा पर कई घंटे तक बना रहता है। ऐसे में जीवाणु भी संक्रमण नहीं कर पाते। एंटीपरस्पायरेंट पसीने के कारण उत्पन्न जीवाणुओं को नष्ट करता है। त्वचा की सतह पर पसीने को एकत्र नहीं होने देता। एंटीपरस्पायरेंट का इस्तेमाल करने से एलर्जी भी हो सकती है। अधिक दुर्गंध आने की स्थिति में दिन में दो बार एंटीपरस्पायरेंट का इस्तेमाल करें। स्नान के 20-25 मिनट बाद शरीर को अच्छी तरह पोंछ कर एंटीपरस्पायरेंट का उपयोग करना चाहिए। नारियल का जल व अनानास का रस पीने से उष्णता कम होती है और पसीना कम आता है। अधिक पसीना आने से दुर्गंध आती हो तो नागरमोथा, तुलसी का चूर्ण, खस का चूर्ण,चंदन का चूर्ण 5-5 ग्राम मात्रा में लेकर 10 बूंद लेवेंडर ऑइल मिलाकर, दूध की मलाई के साथ पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को शरीर पर मलकर 10-15 मिनट रुककर स्नान करने से बहुत लाभ होता है। स्नान के जल में थोडा-सा यूडिकोलोन मिला लें तो पसीने की अधिकता कम होती है। इससे दुर्गंध नष्ट होती है। स्नान के बाद पूरे शरीर में डिओ अवश्य लगाएं। पसीने की दुर्गंध से सुरक्षा के लिए सेंट व इत्र का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
खीरे के टुकडे को काटकर आंखों पर रखने से ऊष्णता नष्ट होती है। जल में सफेद सिरका मिलाकर स्नान करने से पसीने की दुर्गंध नष्ट होती है। सिरके का प्रभाव त्वचा पर कई घंटे तक बना रहता है। ऐसे में जीवाणु भी संक्रमण नहीं कर पाते। एंटीपरस्पायरेंट पसीने के कारण उत्पन्न जीवाणुओं को नष्ट करता है। त्वचा की सतह पर पसीने को एकत्र नहीं होने देता। एंटीपरस्पायरेंट का इस्तेमाल करने से एलर्जी भी हो सकती है। अधिक दुर्गंध आने की स्थिति में दिन में दो बार एंटीपरस्पायरेंट का इस्तेमाल करें। स्नान के 20-25 मिनट बाद शरीर को अच्छी तरह पोंछ कर एंटीपरस्पायरेंट का उपयोग करना चाहिए। नारियल का जल व अनानास का रस पीने से उष्णता कम होती है और पसीना कम आता है। अधिक पसीना आने से दुर्गंध आती हो तो नागरमोथा, तुलसी का चूर्ण, खस का चूर्ण,चंदन का चूर्ण 5-5 ग्राम मात्रा में लेकर 10 बूंद लेवेंडर ऑइल मिलाकर, दूध की मलाई के साथ पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को शरीर पर मलकर 10-15 मिनट रुककर स्नान करने से बहुत लाभ होता है। स्नान के जल में थोडा-सा यूडिकोलोन मिला लें तो पसीने की अधिकता कम होती है। इससे दुर्गंध नष्ट होती है। स्नान के बाद पूरे शरीर में डिओ अवश्य लगाएं। पसीने की दुर्गंध से सुरक्षा के लिए सेंट व इत्र का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।