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- क्या वाकई ब्रेड सेहत के लिए हानिकारक है जाने...........?
Posted by : achhiduniya
24 May 2016
रोज़मर्रा
के नाश्ते मे शामिल ब्रेड पर एक चौकने वाली बात सामने आई है। ब्रेड को लेकर सीएसई
की रिपोर्ट आने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जांच का आदेश दे दिया है। 84 प्रतिशत नमूनों में पोटैशियम ब्रोमेट या पोटैशियम आयोडेट पाया गया। कुछ
नमूनों की जांच बाहरी प्रयोगशालाओं में भी कराई गई जहां उनमें इन रसायनों की
मौजूदगी पुष्टि हुई है। कई देशों में ये रसायन स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक सूची
में शामिल हैं और ब्रेड बनाने में इनका इस्तेमाल प्रतिबंधित कर दिया गया है। भारत
में इन पर प्रतिबंध नहीं है। इनमें एक से कैंसर होने का खतरा होता है जबकि दूसरे
से थॉयरॉयड से संबंधित बीमारी हो सकती है। स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा ने कहा,
हमें मामले की जानकारी है। मैंने अपने अधिकारियों से कहा है कि वे तात्कालिक
आधार पर मुझे रिपोर्ट दें। घबराने की कोई जरूरत नहीं है। बहुत जल्द हम जांच
रिपोर्ट लाएंगे। ब्रांडेड कंपनियां भी
अछूती नहीं अध्ययन में कहा गया है कि पिज्जा एवं बर्गर बेचने वाले 5 बहुराष्ट्रीय आउटलेटों केएफसी, पिज्जा हट, डोमिनोज, सबवे तथा मैकडोनाल्ड के सभी नमूनों में ये
रसायन पाए गए। हालांकि, डोमिनोज को छोडकर शेष 4 ने इनके इस्तेमाल से इनकार किया है।
निरुलाज और स्लाइस ऑफ इटली के नमूनों में भी ये रसायन पाए गए हैं। हालांकि स्लाइस ऑफ इटली ने कहा कि वह इन रसायनों का इस्तेमाल नहीं करता। सीएसई ने सरकार से पोटैशियम ब्रोमेट को प्रतिबंधित करने तथा खाद्य आपूर्ति श्रृखंला से इसे पूरी तरह हटाने की मांग की है। साथ ही उसने पैकेटों पर लेबलिंग और सख्त बनाने की भी सिफारिश की है। यूरोपियन यूनियन, कनाडा, नाइजीरिया, ब्राज़ील, दक्षिण कोरिया, पेरू में पाबंदी है।श्रीलंका में 2001 और चीन में 2005 से पाबंदी है।इससे पेट दर्द, डायरिया, सिरदर्द, उल्टी, किडनी फेल होने, बहरापन, हाइपरटेंशन, डिप्रेशन जैसी समस्या हो सकती है।
पोटेशियम ब्रोमेट और पोटेशियम आयोडेट का प्रयोग करती हैं जो ब्रेड की न्यूट्रिशनल क्वॉलिटी ख़राब करता है। आटे के विटामिन्स और इसेन्शियल फैटी एसिड्स पर असर होता है। यूरोपियन यूनियन ने 1990 में प्रतिबंध लगाया था। अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया न्यूज़ीलैंड, चीन, श्रीलंका में पाबंदी एलजी चुकी है। ब्राज़ील, नाइजीरिया, पेरू, कोलंबिया में भी पाबंदी है। लेकिन अब तक भारत में दोनों केमिकल के इस्तेमाल पर पाबंदी नहीं है।
निरुलाज और स्लाइस ऑफ इटली के नमूनों में भी ये रसायन पाए गए हैं। हालांकि स्लाइस ऑफ इटली ने कहा कि वह इन रसायनों का इस्तेमाल नहीं करता। सीएसई ने सरकार से पोटैशियम ब्रोमेट को प्रतिबंधित करने तथा खाद्य आपूर्ति श्रृखंला से इसे पूरी तरह हटाने की मांग की है। साथ ही उसने पैकेटों पर लेबलिंग और सख्त बनाने की भी सिफारिश की है। यूरोपियन यूनियन, कनाडा, नाइजीरिया, ब्राज़ील, दक्षिण कोरिया, पेरू में पाबंदी है।श्रीलंका में 2001 और चीन में 2005 से पाबंदी है।इससे पेट दर्द, डायरिया, सिरदर्द, उल्टी, किडनी फेल होने, बहरापन, हाइपरटेंशन, डिप्रेशन जैसी समस्या हो सकती है।
पोटेशियम ब्रोमेट और पोटेशियम आयोडेट का प्रयोग करती हैं जो ब्रेड की न्यूट्रिशनल क्वॉलिटी ख़राब करता है। आटे के विटामिन्स और इसेन्शियल फैटी एसिड्स पर असर होता है। यूरोपियन यूनियन ने 1990 में प्रतिबंध लगाया था। अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया न्यूज़ीलैंड, चीन, श्रीलंका में पाबंदी एलजी चुकी है। ब्राज़ील, नाइजीरिया, पेरू, कोलंबिया में भी पाबंदी है। लेकिन अब तक भारत में दोनों केमिकल के इस्तेमाल पर पाबंदी नहीं है।