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- परिंदो की अच्छी दुनिया.......
Posted by : achhiduniya
04 May 2016
आपने
कई परिंदो के बारे मे सुना होगा लेकिन उत्तरी अमेरिका के घने जंगलों में 'हॉक' नामक एक अनोखा परिंदा पाया जाता है। यह 4-5
फुट लंबा होता है। चोंच 8-9 इंच, आंखें गोल व लाल सुर्ख तथा दो छोटे-छोटे कान व तीन-तीन फुट के दो पंख होते
हैं, इसका शरीर भूरा सफेद व पंख चितकबरे होते हैं। यह घने
पेडों पर मजबूत घोंसला बनाता है, कभी-कभी यह ऊंची-ऊंची पहाडियों
पर भी रहना पसंद करता है। संसार में इसकी दो दर्जन से भी अधिक प्रजातियां पाई जाती
हैं, जो भिन्न-भिन्न रंगों व भिन्न-भिन्न शक्लों की होती
हैं। मादा औसतन नर से बडी होती है। हॉक की उडान भी बडी बेमिसाल है। इसकी उडने की
रफ्तार 330 कि मी प्रतिघंटा है। यह दिनभर के सफर में बिन
रुके -थके 3300 किलोमीटर की उडान आसानी
से भर लेता है। इसका भोजन चूहे, छोटे पक्षियों के अंडे,
जंगली फल व सफेद मुलायम घास है। शहद का तो यह बडा दीवाना है,
कई बार यह मधुमक्खियों के छत्ते उजाडकर बडे चाव से शहद चटकर जाता है।
यह अपने मजबूत घोंसले का निर्माण एक तरह की जंगली घास से करता है। घोंसला बनाने
में इसे 8 से 10 दिन का समय लगता है। इसकी
मादा घोंसले में ही अंडा देती है। तीन सप्ताह में अंडा अपने आप तडक जाता है और
नन्हा 'हॉक' घोंसले में फुदकने लगता
है। इसके भोजन पानी का इंतजाम घोंसले में ही किया जाता है। नर-मादा दोनों मिलकर
इसकी रक्षा करते हैं। 90 दिनों उपरांत यह धीरे-धीरे उडान
भरता है, फिर कुछ दिनों उपरांत खुद स्वतंत्र उडना शुरू कर
देता है। हॉक सबसे तेज उडने वाला परिंदा है, लेकिन कई देशों
के पक्षी विशेषज्ञ इसे एक 'अपवाद पक्षी' भी मानते हैं. यूं हॉक की उम्र 8 से 9 वर्ष तक की होती है।