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- करे चैलेंजिग कोर्स और जॉब डिजास्टर मैनेजमेंट [आपदा प्रबंधन]..................
Posted by : achhiduniya
13 May 2016
आज
देश और दुनिया को ऐसे जाबांज लोगो की जरूरत है जो जरूरत मंद और मुसीबत व आपदा मे
फंसे लोगो की मदद कर सके। दुनिया के
किसी-न-किसी देश में भूकंप, बाढ या सुनामी जैसी प्राकृतिक
आपदाएं लोगों के जीवन को प्रभावित करती रहती हैं। यूएन द्वारा जारी किए गए कुछ
आंकडों के अनुसार, पिछले 20 वर्षों में
करीब 30 लाख लोग प्राकृतिक आपदाओं के शिकार हुए। जबकि सही
समय पर प्रोफेशनल्स की मदद से 10 लाख लोगों को सुरिक्षत
निकाला गया। इन आंकडों से साफ है कि डिजास्टर मैनेजमेंट समय की मांग तो है ही,
एक ऐसा करियर ऑप्शन भी है जो अच्छे पे पैकेज के साथ जॉब
सेटिस्फैक्शन भी देता है। अगर आपको सेवा के क्षेत्र से जुडकर काम करने में
दिलचस्पी है, तो आप इसमें करियर बना सकते हैं। क्या है
डिजास्टर मैनेजमेंट...? डिजास्टर मैनेजमेंट प्रोफेशनल्स का
काम आपदा के शिकार लोगों की जान बचाना और उन्हें नई जिंदगी देना है। आपात स्थिति
के समय बिगडी हुई जिंदगी को पटरी पर लाने का काम इन्हीं के जिम्मे होता है।
इन प्रोफेशनल्स को आपदा पीडितों को तुरंत बचाने, राहत पहुंचाने और उनकी जरूरतें पूरी करने की ट्रेनिंग भी दी जाती है। साथ ही, इन्हें घायलों का प्राथमिक उपचार भी करना होता है। जरूरी कोर्सेज:- डिजास्टर मैनेजमेंट से जुडे सर्टिफिकेट से लेकर पीजी डिप्लोमा स्तर के कोर्सेज अलग-अलग यूनिवर्सिटीज और इंस्टीट्यूट्स में कराए जाते हैं। इनमें से कुछ कोर्सेज में इंटर के बाद ही एडमिशन लिया जा सकता है, जबकि कुछ कोर्सेज के लिए ग्रेजुएट होना जरूरी है। आप सर्टिफिकेट कोर्स इन डिजास्टर मैनेजमेंट, डिप्लोमा इन डिजास्टर मैनेजमेंट, एमए इन डिजास्टर मैनेजमेंट, एमबीए इन डिजास्टर मैनेजमेंट और पीजी डिप्लोमा इन डिजास्टर मैनेजमेंट कर सकते हैं। कौन-सी स्किल्स:- चूंकि यह चुनौती और खतरों से भरा हुआ काम है, इसलिए इसमें प्रेजेंस ऑफ माइंड और बुद्धिमत्ता की आवश्यकता होती है। इसके अलावा आपका शारीरिक व मानिसक तौर पर तगडा होना भी जरूरी है। ऐसे प्रोफेशनल्स को किसी भी समय अचानक किसी आपदा के दौरान काम करना पडता है, इसलिए आपके अंदर धैर्य के साथ हमेशा काम करने का जज्बा होना चाहिए।
इसके अलावा कम समय में सही निर्णय लेना भी एक महत्वपूर्ण गुण है। भविष्य की संभावनाएं:- इस फील्ड में ज्यादातर जॉब्स गवर्नमेंट सेक्टर में ही हैं, इस लिहाज से यह एक बेहतर करियर ऑप्शन है। इसके अलावा इमरजेंसी सिर्वसेज, लोकल इंफोर्समेंट, लोकल अथॉरिटीज, राहत एजेंसीस, गैर-सरकारी संस्थान और संयुक्त राष्ट्रसंघ जैसी अंतर्राष्ट्रीय एजेंसीज में काम करने की अच्छी संभावनाएं हैं।प्राइवेट सेक्टर में रिस्क मैनेजमेंट, कंस्ट्रक्शन टेक्नोलॉजी कंसल्टेंसी, डॉक्यूमेंटेशन, इंश्योरेंस, स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट जैसी फील्ड में जॉब के अवसर हैं। आप चाहें, तो बतौर ग्रेजुएट प्रोफेशनल अपनी कंसल्टेंसी भी शुरू कर सकते हैं। इसके अलावा टीचिंग और रिसर्च भी एक करियर ऑप्शन है। सैलरी कितनी...... ?इस फील्ड में सैलरी, इंडस्ट्री और जॉब लोकेशन पर निर्भर करती है। देश में एक फ्रैशर के तौर पर आप 15,000 से 20,000 रुपए से शुरुआत कर सकते हैं। इसमें अनुभव के साथ सैलरी भी बढती जाती है।
हालांकि सरकारी नौकरी में समय-समय पर प्रमोशन और इंक्रिमेंट्स की संभावना ज्यादा रहती है, इसलिए इस सेक्टर में ग्रोथ के काफी अच्छे अवसर हैं। प्रमुख संस्थान:-@ प्सेंटर फॉर डिजास्टर मैनेजमेंट एंड स्टडीज, पुणे @ इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ रिमोट सेंसिंग, देहरादून @ प्नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजास्टर मैनेजमेंट, नई दिल्ली @ इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इकोलॉजी एंड एन्वायर्नमेंट, नई दिल्ली @ आईआईटी रुढकी इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय, नई दिल्ली @ पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ ।
इन प्रोफेशनल्स को आपदा पीडितों को तुरंत बचाने, राहत पहुंचाने और उनकी जरूरतें पूरी करने की ट्रेनिंग भी दी जाती है। साथ ही, इन्हें घायलों का प्राथमिक उपचार भी करना होता है। जरूरी कोर्सेज:- डिजास्टर मैनेजमेंट से जुडे सर्टिफिकेट से लेकर पीजी डिप्लोमा स्तर के कोर्सेज अलग-अलग यूनिवर्सिटीज और इंस्टीट्यूट्स में कराए जाते हैं। इनमें से कुछ कोर्सेज में इंटर के बाद ही एडमिशन लिया जा सकता है, जबकि कुछ कोर्सेज के लिए ग्रेजुएट होना जरूरी है। आप सर्टिफिकेट कोर्स इन डिजास्टर मैनेजमेंट, डिप्लोमा इन डिजास्टर मैनेजमेंट, एमए इन डिजास्टर मैनेजमेंट, एमबीए इन डिजास्टर मैनेजमेंट और पीजी डिप्लोमा इन डिजास्टर मैनेजमेंट कर सकते हैं। कौन-सी स्किल्स:- चूंकि यह चुनौती और खतरों से भरा हुआ काम है, इसलिए इसमें प्रेजेंस ऑफ माइंड और बुद्धिमत्ता की आवश्यकता होती है। इसके अलावा आपका शारीरिक व मानिसक तौर पर तगडा होना भी जरूरी है। ऐसे प्रोफेशनल्स को किसी भी समय अचानक किसी आपदा के दौरान काम करना पडता है, इसलिए आपके अंदर धैर्य के साथ हमेशा काम करने का जज्बा होना चाहिए।
इसके अलावा कम समय में सही निर्णय लेना भी एक महत्वपूर्ण गुण है। भविष्य की संभावनाएं:- इस फील्ड में ज्यादातर जॉब्स गवर्नमेंट सेक्टर में ही हैं, इस लिहाज से यह एक बेहतर करियर ऑप्शन है। इसके अलावा इमरजेंसी सिर्वसेज, लोकल इंफोर्समेंट, लोकल अथॉरिटीज, राहत एजेंसीस, गैर-सरकारी संस्थान और संयुक्त राष्ट्रसंघ जैसी अंतर्राष्ट्रीय एजेंसीज में काम करने की अच्छी संभावनाएं हैं।प्राइवेट सेक्टर में रिस्क मैनेजमेंट, कंस्ट्रक्शन टेक्नोलॉजी कंसल्टेंसी, डॉक्यूमेंटेशन, इंश्योरेंस, स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट जैसी फील्ड में जॉब के अवसर हैं। आप चाहें, तो बतौर ग्रेजुएट प्रोफेशनल अपनी कंसल्टेंसी भी शुरू कर सकते हैं। इसके अलावा टीचिंग और रिसर्च भी एक करियर ऑप्शन है। सैलरी कितनी...... ?इस फील्ड में सैलरी, इंडस्ट्री और जॉब लोकेशन पर निर्भर करती है। देश में एक फ्रैशर के तौर पर आप 15,000 से 20,000 रुपए से शुरुआत कर सकते हैं। इसमें अनुभव के साथ सैलरी भी बढती जाती है।
हालांकि सरकारी नौकरी में समय-समय पर प्रमोशन और इंक्रिमेंट्स की संभावना ज्यादा रहती है, इसलिए इस सेक्टर में ग्रोथ के काफी अच्छे अवसर हैं। प्रमुख संस्थान:-@ प्सेंटर फॉर डिजास्टर मैनेजमेंट एंड स्टडीज, पुणे @ इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ रिमोट सेंसिंग, देहरादून @ प्नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजास्टर मैनेजमेंट, नई दिल्ली @ इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इकोलॉजी एंड एन्वायर्नमेंट, नई दिल्ली @ आईआईटी रुढकी इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय, नई दिल्ली @ पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ ।