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- रिलेशनशिप एज के साथ चेंज होता है सेक्स सेटिस्फेक्शन लेवल……..
Posted by : achhiduniya
26 June 2016
रिलेशनशिप
में सेक्स लाइफ का लेवल रिलेशनशिप की एज के साथ चेंज होता रहता है। स्टडी के
मुताबिक रिलेशनशिप के पहले सिक्स मंथ इन्वॉल्व्ड कपल की सेक्स लाइफ के लिए एक तरह
का लर्निंग कर्व होते हैं, जहां दोनों पार्टनर एक-दूसरे की
लाइक-डिसलाइक के बारे में जानने की प्रोसेस से गुजरते हैं। र्जमनी में कंडक्ट की
गई एक न्यू स्टडी में सामने आया। इसके बाद के जो सिक्स मंथ होते हैं, वे सेक्स के लिहाज से रिलेशनशिप का प्राइम पीरियड होते हैं। इस पीरियड में
कपल अपनी सेक्स लाइफ का सबसे ज्यादा सेटिस्फेक्शन एक्सपीरिएंस करते हैं, लेकिन, पहले साल के बाद इस सेटिस्फेक्शन की फीलिंग
धीरे-धीरे कम होने लगती है।
आर्काइव्स ऑफ सेक्सुअल बिहेवियर र्जनल के ताजा इश्यू में पब्लिश्ड इस स्टडी में 25 से 41 ईयर्स एज ग्रुप के 2 हजार 800 हेट्रोसेक्सुअल मेल-फीमेल से इससे रिलेटेड सवाल पूछे गए थे। यह स्टडी इस पॉपुलर मिथ को भी तोड़ती है कि लोग अपने स्पाउस से ज्यादा लवर के साथ सेक्सुअल रिलेशनशिप से ज्यादा सेटिस्फाई और प्लीजेंट फील करते हैं। रिसर्चर्स ने पाया कि मैरिड और अनमैरिड दोनों ही तरह के कपल्स का रिस्पॉन्स एक जैसा ही था। जो लोग यह मानते थे कि उनकी रिलेशनशिप की क्वालिटी बहुत अच्छी है, उनका ओवरऑल सेक्सुअल सेटिस्फेक्शन भी हाई लेवल का ही था। इंटरेस्टिंगली, स्टडी से यह मिथ भी टूटता है कि मेल और फीमेल, दोनों का सेटिस्फेक्शन लेवल अलग-अलग होता है।
रिसर्च के मुताबिक मेल हो या फीमेल दोनों के सेटिस्फेक्शन को लेकर एक्सपीरिएंस यही थे कि रिलेशिनशिप में सेक्सुअल सेटिस्फेक्शन का पीक पीरियड सिक्स मंथ के आसपास ही होता है। इस स्टडी की लिमिटेशंस को एक्सेप्ट करते हुए रिसर्चर्स ने एडमिट किया है कि अभी बहुत से सवाल ऐसे हैं, जिनके जवाब इस स्टडी से हासिल नहीं किए जा सके हैं, जैसे कि क्या कपल्स की सेक्स लाइफ तीन साल के बाद बेटर हो जाती है? क्या गे कपल्स और ओल्ड एज कपल्स या दूसरे देशों के लोगों के मामले में भी यही रिजल्ट एप्लाई किए जा सकते हैं?
आर्काइव्स ऑफ सेक्सुअल बिहेवियर र्जनल के ताजा इश्यू में पब्लिश्ड इस स्टडी में 25 से 41 ईयर्स एज ग्रुप के 2 हजार 800 हेट्रोसेक्सुअल मेल-फीमेल से इससे रिलेटेड सवाल पूछे गए थे। यह स्टडी इस पॉपुलर मिथ को भी तोड़ती है कि लोग अपने स्पाउस से ज्यादा लवर के साथ सेक्सुअल रिलेशनशिप से ज्यादा सेटिस्फाई और प्लीजेंट फील करते हैं। रिसर्चर्स ने पाया कि मैरिड और अनमैरिड दोनों ही तरह के कपल्स का रिस्पॉन्स एक जैसा ही था। जो लोग यह मानते थे कि उनकी रिलेशनशिप की क्वालिटी बहुत अच्छी है, उनका ओवरऑल सेक्सुअल सेटिस्फेक्शन भी हाई लेवल का ही था। इंटरेस्टिंगली, स्टडी से यह मिथ भी टूटता है कि मेल और फीमेल, दोनों का सेटिस्फेक्शन लेवल अलग-अलग होता है।
रिसर्च के मुताबिक मेल हो या फीमेल दोनों के सेटिस्फेक्शन को लेकर एक्सपीरिएंस यही थे कि रिलेशिनशिप में सेक्सुअल सेटिस्फेक्शन का पीक पीरियड सिक्स मंथ के आसपास ही होता है। इस स्टडी की लिमिटेशंस को एक्सेप्ट करते हुए रिसर्चर्स ने एडमिट किया है कि अभी बहुत से सवाल ऐसे हैं, जिनके जवाब इस स्टडी से हासिल नहीं किए जा सके हैं, जैसे कि क्या कपल्स की सेक्स लाइफ तीन साल के बाद बेटर हो जाती है? क्या गे कपल्स और ओल्ड एज कपल्स या दूसरे देशों के लोगों के मामले में भी यही रिजल्ट एप्लाई किए जा सकते हैं?