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- डाकिया होगा चलता फिरता एटीएम........रविशंकर प्रसाद
Posted by : achhiduniya
11 July 2016
केंद्रीय
विधि एवं न्याय तथा सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा, प्रधानमंत्री का कहना है कि डाकिया गांव-गांव में केंद्र सरकार का एक
प्रतिनिधि है। जब उनके जिम्मे यह मंत्रालय था तब उन्होंने गंगा जल को डाक विभाग से
जोड़ने की योजना बनाई। पिछले 30 मई को इसकी घोषणा की गई थी और
10 जुलाई से इसे शुरू कर दिया गया। इस मौके पर केंद्रीय
मंत्री सिन्हा ने कहा कि गंगा जल कार्यक्रम प्रसाद की पहल से ही संभव हो सका है।
डाक विभाग के प्रति लोगों में जो अटूट विश्वास है यही सबसे बड़ी पूंजी है। 160 वर्षों से डाक विभाग ने अपनी साख बरकरार रखी है। डाकिया होगा चलता फिरता
एटीएम:- केंद्रीय मंत्री प्रसाद ने कहा कि डाक विभाग पेमेंट बैंक लाने की योजना पर
तेजी से तैयारी करने में लगा है।
दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के अवसर पर 17 सितंबर तक यह सेवा शुरू कर दी जाएगी। पेमेंट बैंक देश के 650 जिलों में खोले जाएंगे जिनसे 1.60 लाख डाकघरों को जोड़ा जाएगा। डाकियों को एक लाख 30 हजार हैंड सेट दिए जाएंगे जो चलता फिरता एटीएम होगा। इससे अब दूर दराज के ग्रामीण इलाकों में बैठे हुए लोग भी सरलता से राशि निकाल सकेंगे। देश के 650 जिलों में सितंबर से पेमेंट बैंक खोले जाएंगे, जिनसे 1.60 लाख डाकघरों को जोड़ा जाएगा। प्रसाद ने यहां के प्रधान डाकघर परिसर में संचार (स्वतंत्र प्रभार) एवं रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा की उपस्थिति में डाक से गंगा जल भेजने की सेवा का शुभारंभ किया। इसके शुरू होने से अब गंगोत्री एवं ऋषिकेश से संग्रहित गंगाजल लोगों को डाक के माध्यम से उपलब्ध होगा। .
दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के अवसर पर 17 सितंबर तक यह सेवा शुरू कर दी जाएगी। पेमेंट बैंक देश के 650 जिलों में खोले जाएंगे जिनसे 1.60 लाख डाकघरों को जोड़ा जाएगा। डाकियों को एक लाख 30 हजार हैंड सेट दिए जाएंगे जो चलता फिरता एटीएम होगा। इससे अब दूर दराज के ग्रामीण इलाकों में बैठे हुए लोग भी सरलता से राशि निकाल सकेंगे। देश के 650 जिलों में सितंबर से पेमेंट बैंक खोले जाएंगे, जिनसे 1.60 लाख डाकघरों को जोड़ा जाएगा। प्रसाद ने यहां के प्रधान डाकघर परिसर में संचार (स्वतंत्र प्रभार) एवं रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा की उपस्थिति में डाक से गंगा जल भेजने की सेवा का शुभारंभ किया। इसके शुरू होने से अब गंगोत्री एवं ऋषिकेश से संग्रहित गंगाजल लोगों को डाक के माध्यम से उपलब्ध होगा। .