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- कब सोचे जॉब बदलने के बारे मे......?
Posted by : achhiduniya
21 April 2018
ऑफिस में अगर नियमित तौर
पर काम न होने की वजह से ऐसा लगने लगे की आप सिर्फ समय काटने के लिए ऑफिस आते हों
तो ये बदलाव का समय है। ऑफिस में सिर्फ टाइम पास करके अपना हुनर जाया करने से
बेहतर है कि दूसरी नौकरी खोज कर अपने हुनर का इस्तेमाल किया जाए। ऑफिस का काम
प्रेशर से भरा भी हो सकता है। कभी-कभी काम में प्रेशर होना कोई खास बात नहीं है,लेकिन
रोजाना काम में प्रेशर होने से आप तनावग्रस्त हो सकते हैं। इससे आपके मेंटली कमजोर
होने का खतरा काफी बढ़ जाता है। इसके अलावा तनाव कई मायनों में फिजिकली नुकसान भी
पहुंचाता है।
मौजुदा नौकरी में बने प्रेशर से बचने के लिए सही वक्त है कि आपको नौकरी बदल लेनी चाहिए। आप जहां काम करते हैं वहां आपकी आपके बॉस से हर वक्त अनबन रहती हो। इससे आपको समय-समय पर बॉस के नेगेटिव ऐटिट्यूड को भी झेलना पड़ सकता है। जहां तक संभव हो तो बॉस के नेगेटिव ऐटिट्यूड को झेलने की बजाय नौकरी बदल लेना ही उचित फैसला होगा। हो सकता है कि कंपनी के लक्ष्य आपके निजी लक्ष्यों से मेल ना खाते हों। अगर कंपनी के लक्ष्यों को पूरा करते हुए आपकी खुद की ग्रोथ नहीं हो रही है तो संभल जाने का सही वक्त यही है। इसका सीधा-सीधा मतलब है कि आपको अपनी नौकरी बदल लेनी चाहिए।
नौकरी छोड़ने का एक बड़ा कारण ऑफिस का माहौल भी होता है। ऑफिस का माहौल पॉजिटिव और नेगेटिव दोनो तरह का हो सकता है,लेकिन अगर ऑफिस का माहौल आपके लिए हर वक्त नेगेटिव हो, आपके साथ काम करने वाले आपकी हर वक्त शिकायत करते रहते हों, बॉस भी आपसे खुश ना हों तो जरूरत है कि आपको अपनी नौकरी बदल लेनी चाहिए। कभी-कभी अपने काम से बोरियत होना आम बात है,लेकिन अपने काम से रोजाना बोरियत महसूस होने लगे और अपने काम से दिलचस्पी हटने लगे तो नौकरी बदल लेने का यही सही वक्त है। काफी दिनों से ऑफिस का काम बोझ जैसा लगने लगे तो ये नौकरी बदलने का संकेत हो सकता है। ऑफिस के काम से जी चुराने लगे और काम में मन ना लगे तो नौकरी बदलने का यही सही समय है।
मौजुदा नौकरी में बने प्रेशर से बचने के लिए सही वक्त है कि आपको नौकरी बदल लेनी चाहिए। आप जहां काम करते हैं वहां आपकी आपके बॉस से हर वक्त अनबन रहती हो। इससे आपको समय-समय पर बॉस के नेगेटिव ऐटिट्यूड को भी झेलना पड़ सकता है। जहां तक संभव हो तो बॉस के नेगेटिव ऐटिट्यूड को झेलने की बजाय नौकरी बदल लेना ही उचित फैसला होगा। हो सकता है कि कंपनी के लक्ष्य आपके निजी लक्ष्यों से मेल ना खाते हों। अगर कंपनी के लक्ष्यों को पूरा करते हुए आपकी खुद की ग्रोथ नहीं हो रही है तो संभल जाने का सही वक्त यही है। इसका सीधा-सीधा मतलब है कि आपको अपनी नौकरी बदल लेनी चाहिए।
नौकरी छोड़ने का एक बड़ा कारण ऑफिस का माहौल भी होता है। ऑफिस का माहौल पॉजिटिव और नेगेटिव दोनो तरह का हो सकता है,लेकिन अगर ऑफिस का माहौल आपके लिए हर वक्त नेगेटिव हो, आपके साथ काम करने वाले आपकी हर वक्त शिकायत करते रहते हों, बॉस भी आपसे खुश ना हों तो जरूरत है कि आपको अपनी नौकरी बदल लेनी चाहिए। कभी-कभी अपने काम से बोरियत होना आम बात है,लेकिन अपने काम से रोजाना बोरियत महसूस होने लगे और अपने काम से दिलचस्पी हटने लगे तो नौकरी बदल लेने का यही सही वक्त है। काफी दिनों से ऑफिस का काम बोझ जैसा लगने लगे तो ये नौकरी बदलने का संकेत हो सकता है। ऑफिस के काम से जी चुराने लगे और काम में मन ना लगे तो नौकरी बदलने का यही सही समय है।


