- Back to Home »
- National News »
- लंगर सामग्री पर वसूली गई 325 करोड़ रुपये GST भारत सरकार वित्तीय सहायता के रूप में वापस करेगी.....
Posted by : achhiduniya
08 June 2018
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में शामिल शिरोमणि अकाली दल और शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी) ने गुरुद्वारों में लंगर के लिए खरीदी जाने वाली भोजन सामग्री पर जीएसटी से छूट की मांग की थी। इसके बाद यह कदम उठाया गया है। धार्मिक संस्थानों की लंगर सामग्री पर वसूली गई जीएसटी रिफंड योजना के लिए 2018-19 से 2019-20 तक 325 करोड़ रुपये का वित्तीय प्रावधान किया गया है। इसे केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय ने अधिसूचित किया है और सेवा भोज योजना के तहत यह राशि उपलब्ध कराई जायेगी। संवाददाता सम्मेलन में मौजूद शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल ने इस फैसले का स्वागत करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया।
उन्होंने राज्यों से भी इस प्रकार की सामग्री पर जीएसटी में छोड़ने की मांग की। खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय के आदेश के मुताबिक परोपकारी धार्मिक संस्थानों द्वारा लोगों को मुफ्त भोजन वितरण के लिये खरीदी गई विशिष्ट सामग्री पर एकीकृत माल एवं सेवा कर (आईजीएसटी) को भारत सरकार वित्तीय सहायता के रूप में वापस करेगी। सिखों के एक प्रतिनिधि मंडल ने खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री हरसिमरत कौर बादल के नेतृत्व में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की। प्रतिनिधि मंडल में शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्य शामिल थे। प्रधानमंत्री कार्यालय के एक बयान के अनुसार, इस प्रतिनिधिमंडल ने केंद्र सरकार की ‘सेवा भोज योजना’ के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया जिसके अंतर्गत गुरुद्वारों सहित धार्मिक संस्थानों द्वारा नि:शुल्क दिए जाने वाले लंगर और प्रसाद की सामग्रियों पर सीजीएसटी तथा आईजीएसटी के केंद्रीय हिस्से की अदायगी करने का प्रावधान है।