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- स्मार्ट सिटी के नाम पर शहर मे तोड़े जा रहे धार्मिक स्थल....
Posted by : achhiduniya
31 July 2018
नागपुर: सर्वोचय न्यायालय के द्वारा 2009 मे सभी धार्मिक स्थानो की स्वतंत्र तरीके से लिस्ट बनाकर जांच कि जाए यह स्पष्ट रूप से कहा उसके बाद ही इस पर कारवाई होनी चाहिए। जिस पर महाराष्ट्र सरकार ने 5 मई 2011 को एक G.R निकाला। जिसमे स्थानीय संस्था के द्वारा किस तरीके से किस समिति के द्वारा निर्णय किया जाए इस बारे मे पूरी तरह से दिशा निर्देश दिया गया है।
इस प्रकार महाराष्ट्र सरकार ने 5 मई 2011 G.R की प्रस्तावित बातो को दर किनार करते हुए महानगर पालिका व नागपुर सुधार प्रन्यास के अधियाकरियों ने बिना किसी को पूर्व सूचना दिए धार्मिक स्थलो को तोड़ने की कारवाई को अंजाम दिया।
इस प्रकार का आरोप सुधाकर कोहले,डॉ मिलिंद माने,संदीप जोशी,सनत कुमार गुप्ता ने लगाए। पत्र परिषद मे वीरेंद्र कुकरेजा,रवीन्द्र,श्रीधरराव,सुरेशचंद्र,पंजू तोतवानी,रंजना गुप्ता,हितेश जोशी मौजूद थे।
दूसरी खबर:- बिरबजरंगी सेवा संस्थान ने भी धार्मिक संस्थानो को इस प्रकार तोड़ने पर एतराज जताते हुए आमरण अनशन का निर्णय लिया है जिसमे प्रसन्न पातुरकर 1 अगस्त से संविधान चौक से सुबह 10 बजे इसकी शुरूवात करेंगे।
साथ उनकी मांग है की इस प्रकार की कारवाई को तुरंत रोक दिया जाए। यह जानकारी पत्र परिषद के माध्यम से प्रसन्न पातुरकर ने दी साथ ही शेखर सूर्यवंशी,राहुल ताकुड़े उपस्थित थे।



