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- स्ट्रेस दूर करने और खुद को रिलैक्स के लिए पुरुष और महिलाए करते है ये काम....
Posted by : achhiduniya
27 July 2018
भागम-भाग जीवन शैली के चलते एक समय के बाद रिश्तों में तनाव आना शुरू हो जाता है। ऑफिस में प्रॉब्लम्स बढ़ने लगती हैं,लेकिन क्या आप जानते हैं महिलाएं जहां खाने से अपने स्ट्रेस को दूर करती हैं तो पुरुष बेडरूम में जी हां, हाल ही में एक दिलचस्प रिसर्च आई है। साइक्लोजिस्ट ने इस पर एक रिसर्च की और पाया कि स्ट्रेस दूर करने और खुद को रिलैक्स करने के लिए जहां महिलाएं खाना शुरू कर देती हैं वहीं पुरुष सेक्स करना पसंद करते हैं या फिर पोर्नोग्राफी देखना पसंद करते हैं। ऐसा माना जाता है कि सेक्स पुरुषों को नेगेटिव थॉट्स दूर करने और ध्यान भटकाने में कारगर होता है। वहीं महिलाओं के साथ इसका उल्टा होता है। ब्रिटिश साइक्लोजिकल सोसाइटी डिविजन ऑफ क्लीनिकल साइक्लोजी इन लीवरपूल में एक कॉन्फ्रेंस हुई जिसमें इस बात का खुलासा किया गया। कॉन्फ्रेंस में ये बात भी सामने आई कि पुरुषों का स्ट्रेस दूर करने के लिए थेरेपी काफी है,लेकिन महिलाएं पहले बात करना और अपने पास्ट की फीलिंग शेयर करके स्ट्रेस को दूर करती हैं।
यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन के प्रोफेसर डॉ. जॉन बेरी का कहना है कि पुरुषों के लिए सेक्स से स्ट्रेस दूर करने का मतलब है कि वे सभी चीजों से दूर भाग कुछ अलग करना चाह रहे हैं। दरअसल, सेक्स के दौरान रिलीज होने वाले हार्मोन एंडोर्फिन से खुशी महसूस होती है। ये एक तरह का मेडिकेशन है। यानि पुरुष महिलाओं से थोड़ा अलग हैं। उनकी सेक्स इच्छाएं बहुत ज्यादा होती हैं। ऐसे में स्ट्रेस से लड़ना उनके लिए ये स्वाभाविक तरीका है। इस रिसर्च में ये भी पाया गया कि फैटी फूड और स्वीट फूड का संबंध स्ट्रेस हार्मोन कोर्टिसोल से है। ऐसे में ये अभी पता नहीं लग पाया है कि आखिर महिलाएं अक्सर स्ट्रेस में फूड क्यों खाती हैं? ये रिसर्च 115 पुरुष और 250 महिलाओं पर की गई जो कि स्ट्रेस से जूझ रहे थे।
रिसर्च में देखा गया कि 11% महिलाओं के मुकाबले 27 % पुरुषों ने स्ट्रेस को दूर करने के लिए सेक्स करना और पोर्नोग्राफी को चुनना पसंद किया। वहीं आधे से अधिक महिलाओं का कहना था कि खाने में वे सबसे ज्यादा कंफर्ट महसूस करती हैं। रिसर्च में ये भी पाया गया कि वर्कप्लेस पर प्रॉब्लम होने पर पुरुषों को थेरेपी की जरूरत होती है,जबकि महिलाओं को रिलेशनशिप में दिक्कत होने पर हेल्प चाहिए होती है। वहीं महिलाएं अपनी फीलिंग्स को डिस्कस करना चाहती हैं ताकि वे प्रॉब्लम से निकल सकें लेकिन पुरुषों को लाइफ में चल रहे प्रॉब्लम्स का क्विक सॉल्यूशन चाहिए होता है।