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- भारत में भी तेजी से पैर पसार रही…क्या है मोबाइल फ़बिंग बीमारी....?
Posted by : achhiduniya
06 August 2018
फ़बिंग एक ऐसी स्थिति है जब आप किसी समारोह, पारिवारिक
मीटिंग, ऑफिसियल टूर या ऐसी ही अन्य किसी स्थिति में अपने
साथ मौजूद लोगों से ज्यादा मोबाइल को तवज्जो देते हैं। अक्सर लोगों के साथ ऐसा
होता है कि आप किसी व्यक्ति के साथ खड़े हैं और उसी बीच आपके फोन पर कोई मैसेज आए
तो आप साथ खड़े व्यक्ति को नजरअंदाज कर मोबाइल में ही मशगूल हो जाते हैं।
ऑस्ट्रेलियाई डिक्शनरी में एक नया शब्द फ़बिंग जोड़ा गया है। इसका मतलब मोबाइल के प्रयोग
के समय सामने खड़े व्यक्ति को नजरअंदाज करना है। फ़बिंग को जानने और समझने के लिए
ब्रिटेन की केंट यूनिवर्सिटी के वरोत चटपितायसुनोन्ध ने इस पर रिसर्च की। उन्होंने
यह रिसर्च अपने ऊपर ही की थी।
उन्होंने रिसर्च में अपने मोबाइल यूजर्स दोस्तों की मानसिक स्थिति को जानने पर जोर दिया। रिसर्च के परिणाम काफी चौंकाने वाले थे। रिसर्च में सामने आया कि फ़बिंग की समस्या से जूझ रहे लोगों की मानसिक स्थिति में लगातार गिरावट हो रही है। साथ ही उनसे जुड़े लोगों में उनके प्रति विश्वास में भी गिरावट होती है। फ़बिंग के शिकार लोगों का सामाजिक जीवन इससे अधिक प्रभावित होता है। वहीं, लोगों के बीच स्वीकार्यता भी घटती है। फ़बिंग की समस्या से घिरे लोग मोबाइल के कारण अपने साथ खड़े व्यक्ति की लगातार अनदेखी करते हैं। रिसर्च में पता चला कि आपके सामने मौजूद व्यक्ति पर फ़बिंग के कारण नकारात्मक असर पड़ता है।
फ़बिंग के कारण सामने वाले व्यक्ति का आप पर भरोसा कम होने लगता है। लोगों में जुड़ाव और संबंधों पर भी इसका गहरा असर पड़ता है। फ़बिंग के चलते मनोदशा सकारात्मक कम और नकारात्मक अधिक होती है। इस बारे में विशेषज्ञों की मानें तो, भारत में भी फ़बिंग तेजी से पैर पसार रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि हाल ही में कुछ वायरल चैलेंज को भी इससे जोड़ा जा सकता है। लोग मोबाइल पर वीडियो बनाने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार हो जाते हैं।
उन्होंने रिसर्च में अपने मोबाइल यूजर्स दोस्तों की मानसिक स्थिति को जानने पर जोर दिया। रिसर्च के परिणाम काफी चौंकाने वाले थे। रिसर्च में सामने आया कि फ़बिंग की समस्या से जूझ रहे लोगों की मानसिक स्थिति में लगातार गिरावट हो रही है। साथ ही उनसे जुड़े लोगों में उनके प्रति विश्वास में भी गिरावट होती है। फ़बिंग के शिकार लोगों का सामाजिक जीवन इससे अधिक प्रभावित होता है। वहीं, लोगों के बीच स्वीकार्यता भी घटती है। फ़बिंग की समस्या से घिरे लोग मोबाइल के कारण अपने साथ खड़े व्यक्ति की लगातार अनदेखी करते हैं। रिसर्च में पता चला कि आपके सामने मौजूद व्यक्ति पर फ़बिंग के कारण नकारात्मक असर पड़ता है।
फ़बिंग के कारण सामने वाले व्यक्ति का आप पर भरोसा कम होने लगता है। लोगों में जुड़ाव और संबंधों पर भी इसका गहरा असर पड़ता है। फ़बिंग के चलते मनोदशा सकारात्मक कम और नकारात्मक अधिक होती है। इस बारे में विशेषज्ञों की मानें तो, भारत में भी फ़बिंग तेजी से पैर पसार रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि हाल ही में कुछ वायरल चैलेंज को भी इससे जोड़ा जा सकता है। लोग मोबाइल पर वीडियो बनाने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार हो जाते हैं।


