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- ट्विटर मे एडिट बटन को लेकर ट्विटर के सीईओ जैक डोरसी ने जताई आशंकाए...
Posted by : achhiduniya
13 November 2018
भारत में अपनी पहली यात्रा के दौरान ट्विटर के सीईओ जैक डोरसी ने IIT दिल्ली के छात्रों के साथ टाउनहॉल में मुलाकात की। 12 साल पुराने माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म को लेकर को-फाउंडर ने कई सवालों के जवाब दिए जहां देश में बढ़ते फेक न्यूज को लेकर भी बात की गई,लेकिन इन सबके अलावा जैक ने सबसे ज्यादा इंतजार करवाने वाले एडिट बटन को लेकर एलान किया। ट्विटर यूजर्स को एडिट बटन का काफी सालों से इंतजार है जहां सबसे बड़ा फायदा इस बटन को लेकर ये कहा जा रहा है कि अब लोग अपने ट्वीट को एडिट कर सकते हैं। इसका सबसे बड़ा फायदा उन स्टार्स या सेलेब्रिटी को होगा जो जल्दबाजी में ट्विटर पर गलत ट्वीट कर देते हैं और फिर बाद में ट्रोल का शिकार हो जाते हैं।
इस बारे
मे टीवी रियएलटी स्टार किम कर्दाशियां जैक से यहां तक पूछ चुकी हैं कि एडिट बटन
ट्विटर पर कब आएगा। जैक ने एडिट बटन को लेकर कहा कि हम इसे लॉन्च करेंगे लेकिन कई
प्रतिबंध के साथ वहीं हम इसमें कई फीचर्स भी शामिल करेंगे। हम इसके बारे में काफी
पहले से सोच रहें हैं और इसको लेकर प्लानिंग भी कर रहें हैं,लेकिन
इसे सही तरीके से करना होगा। जैक ने आगे कहा कि एक तरफ जहां ये ऑप्शन काफी
फायदेमंद साबित हो सकता है तो वहीं ये खतरनाक भी हो सकता है और लोग इसका गलत
इस्तेमाल भी कर सकते हैं। यानी की पहले आपने कुछ और ट्वीट किया और फिर आपने अपना
ट्वीट बदलकर अपने आप को बचा लिया या कुछ और। आईआईटी दिल्ली में आयोजित टाउनहॉल को
संबोधित करते हुए डोरसी ने कहा, कई बार विचार विमर्श के बाद
यह काफी जरूरी माना गया है कि इस समस्या के मामले में हम जितना सख्त हो सकें उतना
किया जाए क्योंकि फर्जी खबर और गलत सूचनाओं को किसी एक श्रेणी में रखना बड़ी
समस्या है।
उन्होंने आगे कहा, यदि कुछ संदेश फर्जी पाए जाते
हैं तो यह कंपनी का काम है कि यह सुनिश्चित करे की ऐसी सूचना को अलग किया जाए और
प्रसारित होने से रोका जाए। यदि जारी की गई सूचना की मंशा ठीक नहीं है, तो हमें यह समझना होगा और इस तरह की सूचना को अलग करना होगा। उसके बाद यह हमारा काम है कि यह आगे नहीं फैले
और देखना होगा कि यह अपनी तय सीमा को पार नहीं करे। जैक डोरसी ने कहा कि फर्जी
संदेशों और भ्रामक जानकारी की समस्या को दूर करने के लिए यह समझना भी जरूरी है कि
सूचना में क्या कहा गया है और उसके पीछे मंशा क्या है। उन्होंने कहा,यह एक के बाद एक बहुआयामी समस्या है और इसका कोई एक समाधान नहीं है। यह
सुरक्षा की तरह है। कोई भी ऐसा ताला नहीं बना सकता है जिसे कोई तोड़ नहीं सकता।