- Back to Home »
- Judiciaries »
- अगुस्टा वेस्टलैंड के रिश्वत खोर बिचौलिए क्रिश्चियन मिशेल की पटियाला हाउस कोर्ट में पेशी के बाद 5 दिन की रिमांड....
अगुस्टा वेस्टलैंड के रिश्वत खोर बिचौलिए क्रिश्चियन मिशेल की पटियाला हाउस कोर्ट में पेशी के बाद 5 दिन की रिमांड....
Posted by : achhiduniya
05 December 2018
भारत की जांच एजेंसियां लंबे समय से इटली की कंपनी अगुस्टा वेस्टलैंड के साथ वीवीआईपी चॉपर डील में हुए कथित घोटाले के बिचौलिए क्रिश्चियन मिशेल को भारत लाने का प्रयास कर रही थीं। यह ऑपरेशन राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के नेतृत्व में चलाया गया। इस मामले में कई बड़े खुलासे होने की उम्मीद है। पूछताछ में मिशेल कई बड़े ब्यूरोक्रेट्स के नाम भी बता सकता है जो इस घोटाले में शामिल थे। आरोप है कि अगुस्टा वेस्टलैंड से मिशेल को रिश्वत के रूप में 225 करोड़ रुपये मिले थे। ईडी ने कहा था कि यह पैसा और कुछ नहीं, बल्कि कंपनी द्वारा 12 हेलीकॉप्टरों के समझौते को अपने पक्ष में कराने के लिए वास्तविक लेन-देन के नाम पर दी गई रिश्वत थी। मिशेल ने अपनी दुबई की कंपनी ग्लोबल सर्विसेज के जरिए धनराशि ली थी।
जानकारी के मुताबिक इस डील में कोडवर्ड में कुछ नाम भी लिखे
गए थे जनके मायने केवल मिशेल ही बता सकता है। मिशेल अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर्स
का ऐतिहासिक परामर्शदाता बताया जाता है जिसे हेलीकॉप्टर, सैन्य
अड्डों और पायलटों की तकनीकी संचालनात्मक जानकारी थी। कोर्ट में
सीबीआई की तरफ से स्पेशल पब्लिक प्रोस्क्यूटर एडवोकेट डीपी सिंह पेश हुए हैं।
सीबीआई ने मिशेल की पुलिस कस्टडी की मांग की है। वहीं आरोपी मिशेल की तरफ से एल्जो
के जोसेफ पेश हुए हैं। डीपी सिंह ने कोर्ट से कहा कि हमें मिशेल की कस्टडी चाहिए
ताकि हम कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेजों के बारे में पूछताछ कर सकें।
सीबीआई ने कहा, मामले की जांच चल रही है। हमें कस्टडी चाहिए
क्योंकि दुबई के दो खातों में पैसा ट्रांसफर किया गया था। सीबीआई
प्रवक्ता ने बताया था कि इस अभियान का कूट नाम यूनिकॉर्न था। इस अभियान को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत
डोभाल के दिशानिर्देश में चलाया गया और इसका समन्वय सीबीआई के अंतरिम निदेशक एम
नागेश्वर राव कर रहे हैं। एजेंसी के संयुक्त निदेशक साई मनोहर के नेतृत्व में
अधिकारियों की एक टीम मिशेल को लाने के लिए दुबई गई थी।


