- Back to Home »
- State News »
- राजस्थान के कर्ता बने [सीएम] अशोक गहलोत...धर्ता बने [डिप्टी सीएम] सचिन पायलट...
Posted by : achhiduniya
14 December 2018
राजस्थान जोधपुर की सरदारपुरा सीट से विधायक अशोक गहलोत लगातार चौथी बार विधायक चुने गए हैं। अर्थशास्त्र से पोस्ट ग्रेजुएट गहलोत का जन्म 3 मई 1951 को जोधपुर में हुआ। उनके पिता लक्ष्मण सिंह गहलोत जादूगर थे। पिता से गहलोत ने भी जादूगरी के गुर सीखे। हालांकि उन्होंने इसे पेशा नहीं बनाया,लेकिन आगे चलकर उनके राजनीतिक दांवपेंच जादूगरी ही कहलाए। राजनीति में अशोक गहलोत ने कॉलेज के समय में कदम रखा। कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई के साथ जुड़े और साल 1973 से 1979 की अवधि के बीच राजस्थान NSUI के अध्यक्ष रहे, साल 1979 से 1982 के बीच जोधपुर शहर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रहे।
गहलोत की पहचान गांधीवादी नेता के रूप में होती
है,लेकिन अपने विरोधियों को निपटाना भी गहलोत
की एक पहचान है। राजनीति गलियारों के
जानकार और गहलोत को करीब से जानने वालों का कहना है कि वे अपने विरोधियों की सभी
बातें याद रखते हैं। वे कभी भी खुलकर नहीं बोलते हैं,लेकिन चुपचाप अपना काम कर देते हैं। एक रिपोर्ट
के अनुसार, राजस्थान में गुर्जर आरक्षण आंदोलन के
नेता किरोड़ी सिंह बैंसला ने एक बार उनके बारे में कहा था, गहलोत काफी सजग नेता हैं। इतने सजग कि उन्हें
कोई दूध पिलाने की कोशिश करे तो वह उसका पहला घूंट किसी बिल्ली को पिलाए बिना खुद
नहीं पिएंगे।
विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को किनारे वाला बहुमत मिलने के बाद
गहलोत का नाम सीएम पद के लिए मान्य किया गया।
इसके बाद उनका पलड़ा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट की दावेदारी पर
भारी पड़ा और ज्यादातर विधायक गहलोत के पाले में नजर आए। इसके बाद औपचारिक रूप से
अशोक गहलोत को मुख्य मंत्री और सचिन पायलेट को उप-मुख्य मंत्री पद की ज़िम्मेदारी
सौपी गई।


