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भगवान शिव को अतिप्रिय होने के कारण अत्यंत पवित्र और पूजनीय है “रूद्राक्ष” जाने माला धारण करने के वैज्ञानिक फायदे....?
Posted by : achhiduniya
04 March 2019
रूद्राक्ष की माला को लोग आजकल फैशन ज्वेलरी के रूप में पहनते
है। यह भगवान शिव का प्रिय होने के कारण अत्यंत पवित्र और पूजनीय है। रूद्राक्ष के
संबंध में यह बात भी अधिकांश लोग जानते हैं कि इसे धारण करने से अनेक प्रकार की
बीमारियों में लाभ मिलता है। रुद्राक्ष एक मुखी से लेकर 27 मुखी तक आते हैं और कुछ
विशेष प्रकार के भी होते हैं। अधिकांश हिंदुओं के पूजा घर में रुद्राक्ष की माला
होती ही है। आइए आज जानते हैं रूद्राक्ष की माला धारण करने के फायदे जिनके बारे
में अधिकांश लोग नहीं जानते होंगे। रुद्राक्ष की माला धारण करने का सबसे बड़ा लाभ
यह है कि यह पहनने वाले के चारों ओर एक विशेष प्रकार का सुरक्षा चक्र बना देती है।
अमेरिकी वैज्ञानिकों ने एक शोध के बाद पाया कि रुद्राक्ष की माला पहनने से व्यक्ति
के चारों ओर सकारात्मक ऊर्जा का एक आभामंडल बन जाता है, जिससे व्यक्ति के मन-मस्तिष्क में सकारात्मक
ऊर्जा का प्रवाह होता है, जिससे उसके शरीर मे कुछ ऐसे रसायनों का
उत्सर्जन होता है जिससे उसमें सुरक्षा की भावना पैदा होती है। अधिकांश लोग यह
मानते हैं कि भगवान शिव का संबंध दूर-दूर तक लक्ष्मी से नहीं है। शिव वैराग्य के
देवता हैं, लेकिन यह बात पूरी तरह सही नहीं है।
रुद्राक्ष की माला के जरिए भगवान शिव से लक्ष्मी की प्राप्ति की जा सकती है। 108
रुद्राक्ष की माला को यदि स्वर्ण की कैप में जड़वाकर पहना जाए और साथ में प्रतिदिन
शिव तांडव स्तोत्र का पाठ किया जाए तो अचूक लक्ष्मी की प्राप्ति होती है।
रुद्राक्ष सामान्य बीमारियों में लाभ देता है यह बात तो सभी जानते हैं, लेकिन यह लाइलाज रोगों से भी रक्षा करता है।
रुद्राक्ष की माला हमेशा गले में धारण करने से कैंसर जैसे जानलेवा रोग से भी बचा
जा सकता है। जिन लोगों को कैंसर नहीं हैं उन्हें कैंसर कभी नहीं होगा और जिन्हें
हो गया है, यदि वे रुद्राक्ष की माला धारण करें तो
कैंसर की सेल्स नष्ट होने लगती है। साथ ही हृदय रोगों से भी बचाव होता है। भूत-प्रेत, बुरी शक्तियां, जादू-टोना, तंत्र क्रियाओं से बचाने में रूद्राक्ष के समान
कोई अन्य वस्तु नहीं।
आपके अधिकांश तांत्रिकों के हाथ या गले में रूद्राक्ष अवश्य
देखा होता। दरअसल वे जो साधना, सिद्धियां
करते हैं, उनमें उन्हें जान का खतरा भी होता है।
रूद्राक्ष धारण कर लेने से बुरी शक्तियां उन्हें हानि नहीं पहुंचा पाती। यदि आपका
भी कोई ऐसा काम हो जिसमें आपको रात-बेरात यहां वहां आना-जाना हो तो रूद्राक्ष जरूर
धारण करें। क्या रुद्राक्ष का संबंध प्रेम से हो सकता है? अधिकांश लोगों का जवाब होगा नहीं, लेकिन यह गलत है। रुद्राक्ष धारण करने से व्यक्ति
के शरीर में जो सकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न् होती है, उसमें तीव्र
आकर्षण प्रभाव होता है।
रुद्राक्ष धारण करने से व्यक्ति की आंखों में वशीकरण की
शक्ति पैदा होती है। उसे प्रेम संबंध प्राप्त होते हैं और दांपत्य जीवन में सुख
प्राप्त होता है। भगवान शिव और मां पार्वती के प्रेम जैसा संसार में दूसरा कोई
प्रेम नहीं। यह इसी बात से साबित हो जाता है।