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- क्यू कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी के बयान से खासी नाराज़ हुई सोनिया गांधी...?
Posted by : achhiduniya
06 August 2019
कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी ने जम्मू-कश्मीर को
स्पेशल स्टेटस देने वाले संविधान के आर्टिकल 370 को खत्म करने और कश्मीर के दो
हिस्से करने वाले बिल पर लोकसभा में बिल का विरोध करते हुए कहा कि कश्मीर भारत का
अंदरूनी मसला नहीं है। ये एक द्विपक्षीय मसला है और संयुक्त राष्ट्र 1948 से इसपर मॉनिटरिंग कर रही है। अधीर के इस सेल्फ
गोल से सदन में कांग्रेस के खिलाफ नारेबाजी होने लगी। अधीर रंजन के बगल में बैठीं
संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (UPA) चेयरपर्सन
सोनिया गांधी भी हैरान नज़र आईं। उनके रिएक्शन से साफ दिखा कि वह अधीर रंजन के
बयान से बिल्कुल इत्तेफाक नहीं रखती हैं और खासी नाराज़ हैं।
हालांकि, सोनिया गांधी ने मनीष तिवारी के भाषण की तारीफ की
है और कहा है कि मनीष तिवारी ने पार्टी के पक्ष को सही तरीके से पहुंचाया है। अधीर
रंजन चौधरी ने कहा कि आपने (अमित शाह) अभी कहा कि कश्मीर अंदरूनी मामला है, लेकिन यहां अभी भी संयुक्त राष्ट्र 1948 से मॉनिटरिंग करता आ रहा है। ऐसे में ये आंतरिक
मामला कैसे हो सकता है। बस कांग्रेस नेता के इसी बयान पर गृहमंत्री अमित शाह भड़क
गए थे। अमित शाह ने कहा कि क्या कांग्रेस PoK (पाकिस्तान के
कब्जे वाले कश्मीर) को भारत का हिस्सा नहीं मानती है, हम इसके लिए जान देने को तैयार हैं। उन्होंने कहा
कि जम्मू कश्मीर का मतलब Pok और अक्साई चिन से भी है, क्योंकि इसमें दोनों समाहित हैं। गृहमंत्री ने
कहा कि आज के प्रस्ताव और बिल भारत के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखे जाएंगे।
यह महान सदन इस पर विचार करने जा रहा है।
बयान पर बवाल मचने के बाद चौधरी ने सफाई
भी दी। उन्होंने कहा वह कई मुद्दों पर सरकार से स्पष्टीकरण मांग रहे थे लेकिन
उन्हें गलत समझा गया। उन्होंने कहा, इसी संसद में
1994 में लोकसभा और राज्यसभा ने आम सहमति से यह प्रस्ताव पारित किया था कि
पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) को भी भारत में शामिल किया जाएगा। तो अब पीओके का
क्या स्टेटस है? कांग्रेस नेता ने कहा, मैं यही सरकार से पूछ रहा था, इसमें गलत क्या है? अधीर ने कहा, कश्मीर पर दुनिया की निगाहें रही हैं। अगर कश्मीर
मुद्दा इतना ही आसान होता तो सरकार ने कल (सोमवार) को कई देशों के दूतों को
जानकारी दी। मैं तो सरकार से सीधे स्पष्टीकरण मांग रहा था।