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एक्ट ऑफ गॉड {दैवीय घटना} कहने वाली वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण क्या मैसेंजर ऑफ गॉड{ईश्वर की दूत} है.....? पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम का सवाल
Posted by : achhiduniya
29 August 2020
बीते दिनो वित्त मंत्री ने कहा था कि अर्थव्यवस्था कोविड-19 महामारी से
प्रभावित हुई है, जो कि एक दैवीय घटना है और इससे चालू वित्त वर्ष
में इसमें संकुचन आयेगा। चालू वित्त वर्ष में जीएसटी राजस्व प्राप्ति में 2.35 लाख
करोड़ रुपये की कमी का अनुमान लगाया गया है। निर्मला सीतारमण ने जीएसटी परिषद की 41वीं बैठक के बाद
संवाददाताओं से कहा कि स्पष्ट रूप से जीएसटी क्रियान्वयन के कारण जो क्षतिपूर्ति
बनती है, केंद्र उसका भुगतान करेगा। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम
ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के एक्ट ऑफ गॉड {दैवीय
घटना} वाले बयान को लेकर शनिवार को उन पर निशाना साधा और सवाल किया कि
क्या वित्त मंत्री मैसेंजर ऑफ गॉड {ईश्वर
की दूत} के तौर पर इसका जवाब देंगी कि कोरोना वायरस महामारी से पहले
अर्थव्यस्था के कुप्रबंधन की कैसे
व्याख्या की जाए। पूर्व वित्त मंत्री चिदंबरम ने जीएसटी के मुआवजे के मुद्दे पर
राज्यों के समक्ष कर्ज लेने का विकल्प रखे जाने को लेकर भी केंद्र सरकार पर प्रहार
किया। पी चिदंबरम ने निर्मला सीतारमण की टिप्पणी को लेकर उन पर तंज कसते हुए ट्वीट
किया, अगर महामारी एक्ट ऑफ गॉड {दैवीय
घटना} है तो हम वर्ष 2017-18, 2018-19 और 2019-2020 के
दौरान अर्थव्यस्था के कुप्रबंधन की कैसे व्याख्या करेंगे? क्या वित्त मंत्री ईश्वर की दूत के तौर पर जवाब देंगी? चिदंबरम ने राज्य सरकारों से यह आग्रह भी किया कि वे जीएसटी के
मुआवजे के मुद्दे पर केंद्र की ओर से दिए गए विकल्प को नकार दें और एक स्वर में
राशि की मांग करें।