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- बुलेट ट्रेन की रफ़्तार को ब्रेक कोविड-19 वजह या कुछ और....? जाने इनसाइड स्टोरी...
Posted by : achhiduniya
10 September 2020
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश वासियो को बुलेट ट्रेन का सपना दिखाकर ठीक तीन साल पहले आधारशीला रखी थी। उस समय भारत में बुलेट
ट्रेन शुरू करने के लिए 15 अगस्त 2022 का लक्ष्य रख गया था। इस दिन भारत की आज़ादी
के 75 साल पूरे हो रहे हैं। बुलेट ट्रेन प्रोजक्ट को समय पर पूरा करने के लिए सभी
1396 हेक्टेयर ज़मीन का अधिग्रहण 31 दिसंबर 2018 तक हो जाना था,लेकिन अब तक इसके महज़ 64 फ़ीसद हिस्से का ही अधिग्रहण हो पाया
है। इस काम को कोविड-19 की महामारी ने और भी बुरी तरह प्रभावित किया है। ज़मीन अधिग्रहण में सबसे ज़्यादा परेशानी वाले
राज्य महाराष्ट्र में कई महीनों बाद ज्वाइंट मेज़रमेंट सर्वे काम शुरू हो पाया है। उम्मीद की जा रही है कि ये काम अगले तीन महीनों में पूरा हो जाएगा। उसके बाद
स्थानीय ज़मीन मालिकों और किसानों को ज़मीन छोड़ने के लिए तैयार करने की चुनौती भी
होगी। इसलिए जब तक ज़मीन अधिग्रहण का काम पूरा नहीं हो जाता रेल अधिकारी भी इस
प्रोजेक्ट को पूरा करने के टारगेट पर कुछ बोल पाने की हालत में नहीं हैं। रेलवे
बोर्ड से चेयरमैन वी.के. यादव का कहना है कि ज़मीन अधिग्रहण और ग्लोबल पैनडैमिक ने
इस प्रोजेक्ट पर असर डाला है। एक बार ज़मीन अधिग्रहण का काम पूरा हो जाए तभी इस
प्रोजेक्ट के पूरा होने का कोई अनुमान लगाया जा सकता है। गुजरात में 82% ज़मीन
अधिग्रहण का काम पूरा हो पाया है दादरा और नागर हवेली में इसके लिए ज़मीन का छोटा
सा हिस्सा चाहिए और वहां 78% ज़मीन का अधिग्रहण हो पाया है। जबकि इस काम में सबसे
बड़ी परेशानी महाराष्ट्र में सामने आई है और वहां अब तक महज़ 23% ज़मीन का
अधिग्रहण हो पाया है। ज़मीन अधिग्रहण में आ रही परेशानियों की वजह से बुलेट ट्रेन
चलाने का टारगेट बढ़ाकर दिसंबर 2023 कर दिया गया। बुलेट ट्रेन से 508 किलोमीटर की
दूरी सिर्फ दो घंटे सात मिनट में पूरी होगी। भारत में बुलेट ट्रेन जापान के सहयोग
से शुरू हो रहा है। भारत को जापान से बुलेट ट्रेन की सबसे बेहतरीन और सुरक्षित
शिनकैन्सेन तकनीक भी मिल रही है। बुलेट
ट्रेन से 508 किलोमीटर की दूरी का सफर सिर्फ दो घंटे सात मिनट में पूरा होगा। इस रूट पर बांद्रा
कुर्ला कॉम्प्लेक्स, ठाणे, विरार, बोइसर, वापी, बिलिमोरा, सूरत, भरुच, वडोदरा, आणंद, अहमदाबाद और साबरमती 12 स्टेशन बनाए जाने हैं। मौजूदा अनुमान के
मुताबिक इस प्रोजेक्ट पर 1 लाख 10 हज़ार करोड़