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- क्या लक्ष्मी विलास बैंक डूब रहा है क्यो ली आरबीआई ने कमान अपने हाथ....?
Posted by : achhiduniya
29 September 2020
लक्ष्मी विलास बैंक ने सोमवार को बताया कि आरबीआई
की ओर से बनाई गई तीन सदस्यीय स्वतंत्र निदेशक समिति अंतरिम तौर पर बैंक के
एमडी-सीईओ का कामकाज देखेगी. बता दें कि शुक्रवार को बैंक के शेयरधारकों की
वार्षिक महासभा में वोट के आधार पर बैंक के एमडी सीईओ समेत सात निदेशकों को बाहर
का रास्ता दिखा दिया गया। बैंक काफी समय से पूंजी संकट से जूझ रहा था और इसके लिए
उसे अच्छे निवेशकों की तलाश की जा रही थी। आकड़ों के मुताबिक, इस साल की जून तिमाही में बैंक के पास कुल जमा पूंजी 21,161
करोड़ रुपये थी। एलवीएस बैंक का गठन 1926 में हुआ था। देशभर में बैंक की 16 राज्यों
में 566 शाखाएं और 918 एटीएम चल रहे हैं। बैंक ने अपने ग्राहकों को भरोसा दिया है
कि मौजूदा संकट का उनकी जमाओं पर कोई असर नहीं पड़ेगा। बैंक ने कहा, 262 फीसदी के तरलता सुरक्षा अनुपात (एलसीआर) के साथ जमाकर्ता, बांडधारक, खाताधारक और लेनदारों की
संपत्ति पूरी तरह सुरक्षित है। आरबीआई की
ओर से एलसीआर का तय मानक 100 फीसदी होता है, जबकि
बैंक के पास इससे ढाई गुना ज्यादा आरक्षित पूंजी है। बैंक की संचालन समिति आगे जो
भी फैसला करेगी, उसे सार्वजनिक किया जाएगा। इससे पहले, RBI कई बैंकिंग संस्थानों का अन्य बैंकों के साथ विलय कर उनकी
आर्थिक स्थिति को मजबूत कर चुका है। इसमें ICICI बैंक और
बैंक ऑफ राजस्थान एक सफल उदाहरण है। वहीं, बैंक के
विलय पर 15 सितंबर को एलवीबी ने बताया था कि दोनों कंपनियों ने विलय के लिए आपसी
देयता को काफी हद तक पूरा कर लिया है। बता दें कि बैंक ने पहले इंडियाबुल्स के साथ
विलय करने की भी कोशिश की थी, जिसे आरबीआई की अनुमति नहीं
मिली