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- हंगामा व माइक तोड़ कर जताया कृषि विधेयक का विपक्ष ने विरोध...
Posted by : achhiduniya
20 September 2020
मॉनूसन सत्र के सातवें दिन कृषि से संबंधित दो विधेयेक राज्यसभा से पास हो गए। ये दो विधेयक फार्मर्स एंड प्रोड्यूस ट्रेड एंड कॉमर्स (प्रमोशन एंड फैसिलिटेशन) बिल और फार्मर्स (एम्पावरमेंट एंड प्रोटेक्शन) एग्रीमेंट ऑन प्राइस एश्योरेंस एंड फार्म सर्विस है। कृषि से जुड़े ये बिल लोकसभा से पहले ही पास हो गए। विपक्षी सांसदों ने वोटिंग के दौरान वेल में जाकर नारेबाजी की। सदन में हंगामा कर रहें सांसदो ने आसन के सामने लगे माइक को तोड़ दिया। टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने उपसभापति के सामने रूल बुक फाड़ दी।
डेरेक ओ ब्रायन और तृणमूल कांग्रेस के बाकी सांसदों ने आसन के पास जाकर रूल बुक दिखाने की कोशिश की और उसको फाड़ा। हंगामे के चलते 10 मिनट तक सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई। बाद में फिर से वोटिंग प्रक्रिया शुरू हुई और हंगामे के बीच ही दोनों बिल सरकार ने पास करा लिया। कृषि उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) बिल:- इसका उद्देश्य एपीएमसी मंडियों के बाहर भी कृषि से जुड़े उत्पाद बेचने और खरीदने की व्यवस्था तैयार करना है। यानी मोदी सरकार ने वो व्यवस्था खत्म कर दी
है,जिसमें किसान अपनी उपज APMC मंडियों में लाइसेंसधारी खरीदारों को ही बेच सकते थे। मूल्य आश्वासन और कृषि सेवाओं पर किसान (संरक्षण एवं सशक्तिकरण बिल)- ये बिल कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग को कानूनी वैधता प्रदान करता है,ताकि बड़े बिजनेस वाले और कंपनियां कॉन्ट्रैक्ट पर जमीन लेकर खेती कर सकें। आवश्यक वस्तु संशोधन बिल:- इस बिल के जरिए खाद्य पदार्थों की जमाखोरी पर लगा प्रतिबंध हटा दिया गया है यानी व्यापारी कितना भी अनाज,दालें,तिलहन,खाद्य तेल वगैरह जमा कर सकते हैं।