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- चीन की संधिग्ध गतिविधी पर सेना को एक्शन की खुली छुट दी...रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आर्मी कमांडर्स कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए सेना के कमांडरों को विवादित सीमाओं पर चीनी कार्रवाई और सैन्य वार्ता के दौरान उसकी मंशा के बारे में सावधान रहने को कहा। पिछले छह महीने से भारत और चीन की सेनाओं के बीच पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर गतिरोध बना हुआ है। गतिरोध को दूर करने के लिए दोनों पक्षों में कई दौर की
बातचीत हो चुकी है, लेकिन अब तक कोई सफलता नहीं मिली है। दोनों देशों के बीच सात सैन्य कमांडर स्तर की बैठकें हुई हैं, मगर सीमा का मुद्दा अनसुलझा है। वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर चीन के साथ व्याप्त सीमा तनाव इस साल के इस चार दिवसीय सम्मेलन में विचार-विमर्श का मुख्य केंद्र है। मंत्री के संबोधन के बारे में निजी सूत्रों ने जानकारी देते हुए बताया कि सिंह ने कहा है कि बातचीत को ईमानदारी से और समाधानी के साथ विश्वास के माहौल में आयोजित किया जाना चाहिए। रक्षा मंत्री ने यहकि वर्तमान सुरक्षा वातावरण में भारतीय सेना द्वारा की गई पहल पर उन्हें बहुत गर्व है। सेना की सराहना करते हुए सिंह ने कहा कि आजादी के बाद से देश की संप्रभुता और सुरक्षा से जुड़ी कई चुनौतियों का बल ने सफलतापूर्वक समाधान दिया है। उन्होंने कहा, चाहे वह आतंकवाद की समस्या हो, उग्रवाद या बाहरी आक्रमण, सेना ने उन खतरों को नाकाम करने में हमेशा महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है। इससे पहले मंगलवार को भारत-अमेरिका टू प्लस टू वार्ता के दौरान सिंह ने कहा था कि उत्तरी सीमाओं पर चीन की अंधाधुंध आक्रामकता से भारत को चुनौती मिली है।