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- उल्टी घड़ी पहनते हैं पीएम नरेंद्र मोदी जाने रोचक किस्से जन्मदिन विशेष...
Posted by : achhiduniya
17 September 2021
पीएम नरेंद्र मोदी की भाषण शैली और उनका कॉन्फिडेंस सभी को
चौंकाता है। मोदी जी खुद अपने पहले भाषण में बुरी तरह डर गए थे। उस वक्त वो
यूनाइटेड नेशन में भाषण देने गए थे। जहां बीजेपी नेता सुषमा स्वराज भी मौजूद थीं।
स्वराज ने उन्हें सलाह दी कि भाषण की लिखित कॉपी भी साथ रखें। वैसे तो मोदी अपने
भाषण को लेकर कॉन्फिडेंट थे, पर सुषमाजी की सलाह पर
उन्होंने एक कॉपी भी रख ली। भाषण देते समय वही कॉपी काम आई जिसे पढ़कर मोदी ने
सबके सामने भाषण दिया। मोदी जी जब बचपन में आरएसएस
के कैंप में जाते थे तब वहां कई
तरह के खेल होते थे। वहां जाने के बाद उनका लगाव योग के प्रति बढ़ गया। इसके अलावा
पीएम मोदी को ग्रुप वाले खेल खेलना ज्यादा पसंद है। इससे पीछे का कारण बताते हुए
पीएम मोदी ने कहा था ग्रुप खेल खेलने से आपके व्यक्तित्व में सुधार आता है, टीम स्प्रिट आती है। मोदी जी ने चाय बेचते बेचते बहुत कुछ सीखा।
लोगों को जानने और समझने का अवसर मिला। अक्सर बीजेपी नेता भी उनकी हिंदी सुनकर
हैरान रह जाते थे, क्योंकि वो गुजराती थे। जब मालगाड़ी से
मुंबई के
कारोबारी आते थे तब वो उन्हें चाय पिलाते थे। उन कारोबारी से बात करते करते पीएम
मोदी ने हिंदी सीखी थी। मोदी जी को बार-बार समय देखना होता है और जब भी वो किसी
मीटिंग में या किसी के साथ बैठे रहते हैं तो सामने वाले को उनका बार बार समय देखना
बुरा लग सकता है। इसीलिए वो हमेंशा उल्टी घड़ी पहनते हैं, जिससे उल्टी घड़ी में आसानी से वक्त दिख जाता है और सामने वाले
को पता भी नहीं चलता है। पीएम का
भी मन करता था कि वो भी फौज में जाएं देश
की सेवा करें। फौज में भर्ती
होने के लिए मोदी जी ने एक बार गुजरात के सैनिक स्कूल
में दाखिला लेने की कोशिश भी की थी। पीएम के लिए मशहूर है कि वो सिर्फ तीन से चार
घंटे की नींद ही लेते हैं. जबकि कम से कम
6-7 घंटे की नींद ली जाना चाहिए। पीएम ने एक इंटरव्यू में इस बारे में
बताया था कि अमेरिका के पूर्व प्रेसिडेंट बराक ओबामा भी उनकी नींद पर सवाल कर चुके
हैं। हालांकि पीएम मोदी हमेशा यही कहते रहे हैं कि उनकी नींद कम समय में पूरी हो
जाती है। रिटायर होने के बाद नींद बढ़ाने के बारे में सोचेंगे। पीएम मोदी
जब सीएम
बने तब तक अपने कपड़े खुद ही धोते थे। दरअसल उनकी आर्थिक स्थिति शुरू से ठीक नहीं
थी। बचपन में वो लोटे में कोयला भरकर कपड़ों को प्रेस करते थे, चौक से सफेद जूतों पर पॉलिश किया करते थे। इन्हीं आदतों के चलते
बहुत समय तक वो सीएम हाउस में अपने हाथों से ही अपने कपड़े धोते रहे। मोदी जी अपनी
मां को सैलरी नहीं देते बल्कि अक्सर उनकी मां ही उन्हें पैसे देती है। मोदी जी की
मां हमेशा उनके हाथों में सवा रुपया थमाती हैं। पीएम मोदी अपने गुस्से को कंट्रोल करने के लिए हमेशा से एक ही चीज करते है।
उन्हें जब कभी भी लगता था कि उनके ही साथ ऐसा क्यों हुआ? तब ऐसे में वो अकेले कागज लेकर बैठते थे और सारी घटना और
हालात को कलम की ताकत से कागज में बयां कर देते थे। फिर उसको फाड़कर फेंक देते थे।
फिर दोबारा लिखते थे। इससे वो चीजें कागज के साथ ही फट जाती थीं।