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- 42 साल से नहीं रुकी भारत के इस भूतिया स्टेशन पर एक भी ट्रेन
Posted by : achhiduniya
08 November 2021
पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले में स्थित ये रेलवे स्टेशन भारतीय रेल के
रिकॉर्ड्स में भारत के10 भूतिया स्टेशन की लिस्ट में शुमार है। साल 1967 में इस इस लिस्ट में तब शामिल
कर लिया गया था जब कथित तौर पर यहां के स्टेशन मास्टर की भूत देखने के बाद मौत हो गई थी।
रिपोर्ट्स के अनुसार स्टेशन मास्टर ने सफेद साड़ी में एक महिला को पटरी पर चलते
हुए रात के अंधेरे में देखा था। स्टेशन पर आने से लोग इस कदर डरने लगे कि इस घटना
के 42 साल तक स्टेशन बंद कर दिया गया यानी 42 सालों तक यहां एक
भी ट्रेन नहीं
रुकी। ट्रेन यहां से पास जरूर होती थी मगर जैसे ही बेगुनकोडोर स्टेशन आता था उसकी
स्पीड बढ़ा दी जाती थी। साल 2009 में जब ममता बनर्जी रेल मंत्री बनीं तब उन्होंने इस
स्टेशन को फिर से शुरू करने का निर्देश दिया। हालांकि शाम 5 बजे के बाद ना ही कोई यात्री और
ना ही कोई रेल कर्मी इस स्टेशन पर रुकता था। लोग इतना डरते थे कि शाम होते ही यहां
से भाग जाते थे। ये डरावना रेलवे स्टेशन बंगाल में है. लोग यहां शाम 5 बजे के बाद आने से डरते थे। लोगों
के जल्द ही स्टेशन खाली कर के जाने के बाद यहां जुर्म की वारदातें भी बढ़ने लगीं। शहर
में रहने वाले कई लोग यहां एडवेंचर के लिए
आते थे मगर उनके डर का फायदा उठाकर उनके
साथ लूटपाट जैसी घटनाओं को अनजाम दिया जाता था। मगर कुछ लोगों ने इस स्टेशन का सच
सामने ला दिया। न्यू इंडियन एक्सप्रेस वेबसाइट की दिसंबर 2017 की एक रिपोर्ट के अनुसार पश्चिम
बंगाविज्ञान मंच के 9 लोगों की एक टीम ने उसी साल
यहां पुलिस के साथ रुकने की योजना बनायी। वो अपने साथ टॉर्च, कैमरे, कंपस आदि जैसे उपकरण लेकर आए थे।
उन्होंने मीडिया को बताया था कि उनके उपकरणों में
किसी भी तरह की पैरानॉर्मल हलचल नहीं
दर्ज हुई थी,लेकिन रात के करीब 2 बजे उन्हें अजीबोगरीब आवाजें
झाड़ियों के पीछे से सुनाई दीं। जब उन्होंने रोशनी कर के छानबीन की तो देखा कि कुछ
लोग झाड़ी के पीछे खड़े होकर उन्हें डराने के लिए ऐसी आवाजें निकाल रहे हैं। उन्होंने
उन लोगों को पकड़ने की कोशिश की मगर नाकाम रहे। इसके बाद उन लोगों ने यही अंदाजा
लगाया कि लंबे वक्त से इस जगह पर लोग दूसरों को डराकर जुर्म
को अनजाम दे रहे हैं।
अब इस इलाके में पुलिस हमेशा तैनात रहती है और लोगों को जागरूक भी करती है।