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- असली मुद्दे छोड़ हिंदू-मुसलमान में उलझता जा रहा उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव..?
Posted by : achhiduniya
28 December 2021
बीजेपी नेताओं ने असदुद्दीन ओवैसी के दो हफ्ते पुराने भाषण का एक हिस्सा सोशल मीडिया पर वायरल
करके हरिद्वार में मुसलमानों के ख़िलाफ़ लगे नारों को न्यायोचित ठहराने की कोशिश
की। इस पर ओवैसी को भी सफाई देनी पड़ी। शनिवार को फिरोज़ाबाद की रैली में ओवैसी ने
धर्मसंसद में आग उगलने वालों को जवाब दिया। उन्होंने सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र
मोदी
को निशाने साधते हुए ओवैसी
बोले कि पीएम गुजरात के एक चर्च में जाकर भारत को अखंड बनाए रखने की बात करते हैं, वहीं उत्तराखंड में हुई धर्म संसद में देश को तोड़ने
वाली बाते
कही गईं। उस पर वो चुप हैं। सूबे में उनकी पार्टी की सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की।
वहां एक साहब ने कहा कि मैं सांसद होता तो पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को गोली
मार देता। दूसरे ने कहा कि भगवा संविधान लाना है, क्योंकि
बाबा साहब का संविधान नहीं मानेंगे। एक ने नाथूराम गोडसे की पूजा करने की बात कही।
ओवैसी ने कहा कि जिस नाथूराम गोडसे ने महात्मा गांधी को गोली मारी हो वह आजाद भारत
का सबसे पहला आतंकी था। उन्होंने पूछा कि क्या ऐसा करने
वालों के ख़िलाफ़
मोदी-योगी कार्रवाई करेंगे? बीजेपी की तरफ़ से मुसलमनों
के ख़िलाफ लगातार भड़काऊ बयानबाज़ी हो रही है। ये इसलिए कि मुसलमान भी उकसावे में
आकर प्रतिक्रिया दें तो संप्रदायिक ध्रुवीकरण आसान हो जाएगा। कभी ‘जालीदार टोपी’ और ‘लुंगी’ के बहाने मुसलमानों को निशाने
पर लिया जता है तो कभी आतंकवादी और देशद्रोही बताया जाता है। हैरानी की बात तो यह
है कि मोदी और योगी सरकार के मंत्रियों के साथ सांसद भी ग़ैर ज़िम्मेदाराना बयान
देकर आग में घी डालने पर तुले हुए हैं। शुक्रवार को बहराइच में कैसरगंज के सांसद
बृजभूषण शरण सिंह ने खूब ज़हर उगला।
सांसद ने कर्नल पुरोहित और साध्वी प्रज्ञा का
जिक्र करते हुए कहा कि इन्हें आतंकवादी करार देने में कांग्रेस ने कोई कोर कसर
नहीं छोड़ी। उन्होंने कहा कि वो सभी
मुसलमानों पर आरोप नहीं लगा रहा रहे, लेकिन
यह सत्य है कि जितने आतंकवादी हैं वह मुसलमान ही हैं। बीजेपी की चुनावी रैलियों
में काफ़ी दिनों से जिन्ना का ज़िक्र हो रहा था। अब औरंगज़ेब को भी घसीट लिया गया
है। मक़सद मुसलमानों को चिढ़ाना और मुसलमानों का डर दिखाकर कट्टर हिंदू वोटबैंक को
साधना है। कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वराणसी में काशी विश्वनाथ
धाम के पहले चरण के उद्घाटन के वक़्त औरंगज़ेब का ज़िक्र किया था। इस मौक़े पर
मोदी ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि भारत में जब भी औरंगजेब पैदा हुआ, तब इस मिट्टी से शिवाजी का भी उदय हुआ। यह देश, बाकी दुनिया से अलग है। मोदी के इस बयान के बाद बीजेपी के तमाम
नेता अब इसी लाइन पर बयान दे रहे हैं। बीजेपी के प्रवक्ता संबित
पात्रा ने एक
ट्वीट में असदुद्दीन ओवैसी को चुनौती देते हुए कहा कि हम औरंगज़ेब और जिन्ना से
नहीं डरे तो तुमसे क्या डरेंगे। अपनी पार्टी ऑल इंडिया इत्तेहादुल मुसलमीन की
पिछली कई रैलियों में ओवैसी ने मुसलमानों से एसपी, बीएसपी, कांग्रेस और आरएलडी जैसी सेक्युलर पार्टियों को छोड़कर उनकी पार्टी
को वोट देने की अपील की है। एक रैली में ओवैसी ने कहा था कि बीजेपी हिंदुओं के वोट
की ताक़त से सत्ता में आती है तो मुसलमानों को भी एकजुट होकर अपनी ताक़त दिखानी
चाहिए। फिरोज़ाबाद में ओवैसी ने कहा कि बीजेपी उन पर भड़काऊ भाषण देने का आरोप
लगाती है। यदि 80 वर्ष के बूढ़े की दाढ़ी नोची जाएगी तो मैं
बोलूंगा चाहे वह बुजुर्ग मुसलमान हो या फिर हिंदू। हम ज़ालिमों के नहीं मज़लूमों
के साथ हैं।