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- हम लोग गन्ना की बात करते हैं तो अखिलेश यादव को जिन्ना याद आते हैं,बीजपी अध्यक्ष जे पी नड्डा
Posted by : achhiduniya
28 December 2021
भाजपा मुख्यालय से जारी विज्ञप्ति के मुताबिक भाजपा के
राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने अपने संबोधन में कहा,2022 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा की भारी जीत तय
है। यह विजय हमारी नहीं बल्कि उप्र की जनता की जीत होगी, उनके सपनों की जीत होगी, विकास
की जीत होगी,
यह किसानों, महिलाओं, युवाओं और उत्तर प्रदेश के आत्मसम्मान की जीत होगी। नड्डा ने अपनी पार्टी की जन विश्वास यात्रा की
सराहना करते हुए दावा किया कि कोई राजनीतिक दल जनविश्वास यात्रा नहीं निकाल सकता
क्योंकि
उसने जो कुछ कहा था, उसके ठीक विपरीत कार्य किया और
उसका इतिहास विश्वास करने लायक नहीं है। नड्डा ने यहां भाजपा की जन विश्वास यात्रा
के तहत एक जनसभा को संबोधित करते हुए यह कहा। उन्होंने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष
एवं प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा,हमने जन विश्वास यात्रा निकाली है,लेकिन अखिलेश यादव झांसा यात्रा निकाल रहे हैं। नड्डा ने सवाल
किया, बताइए, समाजवादी पार्टी कौन सी यात्रा
निकालेगी,
विश्वास यात्रा निकालेगी या दंगों को याद दिलाने वाली यात्रा
निकालेगी। विश्वास यात्रा निकालेगी या बाहुबलियों की बारात लेकर चलने वाली यात्रा
निकालेगी। अखिलेश जी जवाब दीजिए, जब आप मुख्यमंत्री थे तब आपने 15 आतंकवादियों को छोड़ने के लिए निवेदन किया था लेकिन वे छूट
नहीं पाए क्योंकि अदालत ने उन्हें रिहा नहीं किया। अदालत ने इनमें से चार
आतंकवादियों को फांसी की सजा और 11 आतंकवादियों को आजीवन कारावास
की सजा सुनाई थी। भाजपा
अध्यक्ष ने कहा कि मुजफ्फरनगर दंगे अखिलेश यादव याद हैं, 62 लोगों की जान गई थी और आपको कुछ महसूस नहीं हुआ था। इनके कान
पर जूं तक नहीं रेंगी थी। उन्होंने
कारसेवकों पर गोलियां चलाए जाने की घटना का जिक्र करते हुए कहा, आजकल मुझे बड़ी खुशी होती है कि जो लोग कार सेवकों पर गोली चलवा
रहे थे, वे आजकल मंदिर-मंदिर जाकर घंटी बजा रहे हैं। नड्डा ने भाजपा के
शासन के दौरान किये गये विकास कार्यों को भी गिनाया और सपा अध्यक्ष पर प्रहार करते
हुए
कहा, हम लोग गन्ना की बात करते हैं तो अखिलेश यादव को जिन्ना (मोहम्मद
अली जिन्ना) याद आते हैं। उन्होंने कहा कि उप्र में भाजपा की विजय और जातिवाद, गुंडागर्दी तथा तुष्टिकरण की राजनीति की हार होगी। उन्होंने
कानपुर में इत्र कारोबारी के घर पड़े छापे का जिक्र करते हुए कहा कि 250 करोड़ रुपये से अधिक नकदी कहीं और मिली, लेकिन तबीयत किसी और की खराब हो गई।