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- आरामखोरी या हरामख़ोरी की हद...
Posted by : achhiduniya
29 July 2022
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एक आदमी ने अखबार में विज्ञापन दिया कि एक नौकर
चाहिये, तनख्वाह कुछ नहीं मिलेगी, सिर्फ
भोजन मिलेगा..किस्मत का मारा, एक बेचारा पहुंच गया और पूछा
कि सर... काम क्या करना होगा ? उसने कहा:कुछ नहीं..बस... दो
लोगों का सुबह और शाम का नाश्ता, दोपहर और रात का खाना...बगल
वाले गुरुद्वारे के लंगर से...रोज ..लाना है..एक तुम्हारा और एक मेरा.....# राम ने रावन को मारा मतलब "र" ने "र" को
मारा...कृष्णा ने कंस को मारा,गोडसे ने गाँधी को मारा,ओबामा ने ओसामा को मारा बहुत टेंशन हो रही
है,ममता और मोदी को लेकर ....# आम वाला
महिला की तरफ देखते हुए: #चालीस_ चालीस_चालीस...महिला #थप्पड़ मारते हुए -कमीने अभी 32 की हूं मैं....# जून में ही मानसून दस्तक क्यों देता है,क्योकि बीवियाँ इस समय मायके से सुसराल आती हैं,जिसे देखकर आसमाँ भी फुट कर रो पड़ता है यारों...# एक अनजान नंबर से कॉल आया.....आप शादी शुदा हो...? मैंने कहा-नही? और आप...? जवाब आया। घर आओ बताती हूँ..# चाचा
नेहरू ने कहा था कि जब पूरी दुनिया सोएगी तो भारत जागेगा,चाचा नेहरू को whatsapp के बारे
में शायद पहले से ही पता था..# एक नेता एक गाँव में जाता है,ग्रामीणों से पूछता है कि तुम्हारी कोई समस्या है तो बताओ ?गाँव वाले कहते हैं 2 समस्या हैं। नेता कहता है बताओ ? ग्रामीण :1 गाँव में डॉक्टर नहीं है। नेता:-
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